ऑटो से एक परिवार निकला फरीदाबाद टू आज़मगढ़

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सरकारी तंत्र से मदद न मिली तो आत्मनिर्भर बन लिया फैसला

रिपोर्ट – शिवा मौर्या

रायबरेली। देश भीषण महामारी कोरोना की चपेट में है। कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लाकडाउन की घोषणा की है, इसके मद्देनजर पूरे देश में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है, ऐसे में देश के लाखो लोगों के सामने खाने पीने का संकट उत्पन्न हो गया, बड़ी संख्या में लोग दूसरे शहरों में फंसे हैं। सरकार प्रवासी मजदूरों को घर लाने का भरसक प्रयास कर रही है, मगर लोग घर जल्दी पहुंचने के लिए परेशान हैं, यूपी के आजमगढ़ निवासी शैलेन्द्र पटेल भी फरीदाबाद में फंसे थे , काफी जद्दोजहद के बाद जब कोई रास्ता नहीं निकला तो ऑटो से ही परिवार सहित आजमगढ़ के लिए निकल पड़े।

दरअसल आजमगढ़ निवासी शैलेन्द्र रोजी रोटी कमाने के लिए फरीदाबाद गए थे, वहां पर लकड़ी के काम करने में जुट भी गए, पूरे परिवार सहित जब गुजारा चलने लगा तो कोरोना महामारी ने देश को जकड़ लिया, शैलेन्द्र पर भी समस्याएं आयी, कई बार आने जाने के लिए सरकारी सिस्टम से मदद मांगी गई, मगर जब उनकी आस टूटने लगी तो उन्होंने आत्मनिर्भर बनकर घर पहुंचने की ठान ली, शैलेन्द्र बताते हैं कि उनके पास पैसे भी खत्म हो गए, परिवार बड़ा था और सफर लम्बा था, घर पहुंचने के सिवा कोई आस नहीं दिख रही थी तो कर्ज लेकर ऑटो बुक किया और निकल पड़े, आज रायबरेली में शैलेन्द्र ने बताया कि उनको रास्ते मे प्रशासन की तरफ से खाना दिया गया और रात में न चलने की सलाह भी दी गई है।

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