कभी इंदिरा गांधी ने की थी बाबा मेजर मथुरा सिंह के चुनावी प्रबंधन की तारीफ, प्रियंका ने पोते मनीष को दिया टिकट

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1971 के चुनाव में इंदिरा गांधी के लिए डॉ मनीष सिंह के बाबा मेजर मथुरा सिंह ने जुटाए थे हजारों वोट

विरासत में मिले हैं कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. मनीष सिंह चौहान को राजनीतिक गुण

रायबरेली पूरे प्रदेश में विधानसभा चुनाव अपने चरम पर है। हर राजनीतिक दल एक दूसरे पर शब्द बाणों का प्रहार करके उत्तर प्रदेश की सत्ता तक पहुंचना चाहता हैं। चुनाव चाहे विधानसभा का हो या फिर लोकसभा का, पूरे प्रदेश में रायबरेली पर विशेष नजर होती है। कांग्रेस का गढ़ कहीं जाने वाली रायबरेली इस बार भी राजनैतिक गलियारों में चर्चा में है। कांग्रेस को उसके गढ़ में ही हरचंदपुर और सदर विधानसभा में दो ऐसे प्रत्याशी चुनौती दे रहे हैं जो कभी पंजे के आशीर्वाद से विधानसभा पहुंचे थे। इस बार दोनों प्रत्याशी भारतीय जनता पार्टी से मैदान में हैं। कांग्रेस ने सदर विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार अदिति सिंह के सामने डॉ मनीष सिंह चौहान को उतारा है। डॉ मनीष सिंह ने वैसे तो कभी चुनाव को लेकर शुरू से बड़ी तैयारियां नहीं की लेकिन जनसेवा, सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदारी तथा उनकी स्वच्छ और बेदाग छवि ने ही उन्हें टिकट का दावेदार बना दिया। मनीष सिंह के राजनैतिक कैरियर की बात करें तो यह गुण उनमें पैतृक है। 1971 में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के चुनाव के दौरान उनके बाबा स्वर्गीय मेजर मथुरा सिंह ने एक क्षेत्र की जिम्मेदारी संभाल कर वहां से श्रीमती इंदिरा गांधी को भारी संख्या में वोट दिलवाए थे। स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी ने 21 मार्च 1971 को मेजर मथुरा सिंह को एक पत्र लिखकर आभार प्रकट किया था। श्रीमती गांधी ने पत्र में लिखा था कि “मेरे चुनाव के दौरान एक क्षेत्र की जिम्मेदारी संभाल कर जिस परिश्रम और सतर्कता से आपने काम किया है उसकी जानकारी मुझे मिली है, मैं इसके लिए आपकी आभारी हूं। जनता की सेवा के लिए और कांग्रेस को लोकप्रिय बनाए रखने के लिए अच्छे सुदृढ़ संगठन की आवश्यकता है, मुझे आशा है कि रायबरेली जिले में कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए आप निरंतर प्रयास करते रहेंगे।” इससे स्पष्ट है कि डॉ मनीष सिंह के परिवार का कांग्रेस से पीढ़ियों पुराना रिश्ता है। वह अभी तक राजनीति में भले नहीं आए लेकिन राजनीतिक गुण उन्हें विरासत में मिले हैं। कांग्रेस ने इन्हें उम्मीदवार बनाकर पीढ़ियों पुराने रिश्तों को जीवंतता प्रदान की है। कर, बल और छल वाली इस राजनीति में सरल और सहज उम्मीदवार अपने आप को असहज महसूस करता है, बावजूद इसके डॉक्टर मनीष चौहान ने टिकट घोषणा के साथ ही जिस तेजी से सदर विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क शुरू किया है, वह उनके राजनैतिक कैरियर के लिए जरूर सकारात्मक परिणाम देगा! डॉ मनीष सिंह की दावेदारी को लेकर सोशल मीडिया में तमाम तरह की बातें, चर्चाएं और बहस चल रही है, लेकिन कांग्रेस ने सदर विधानसभा से डॉक्टर मनीष को टिकट देकर अपने सेवा और समर्पण के संकल्प को दोहराया है। 1971 में स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने मेजर मथुरा सिंह के चुनावी कौशल की प्रशंसा की थी और आज प्रियंका गांधी ने उनके पोते को टिकट देकर यह बता दिया है कि आज भी कांग्रेस में पार्टी के निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं का मूल्यांकन होता है।

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