कौशाम्बी| करारी थाना इलाके के एक गांव में जिन्दा ही खुद को आग के हवाले कर मौत को गले लगाने वाली पीड़िता के मामले में बृहस्पतिवार को नया मोड़ आ गया है। आरोप है कि स्थानीय पुलिस आरोपितों से मिली भगत कर पीड़िता के साथ हुयी घटना को कम दिखाकर कार्यवाही कर रही है। पुलिस की मनमानी से नाराज़ परिजनों ने लाश का अंतिम संस्कार नहीं किया। लाश अंतिम संस्कार न होने से प्रशासनिक व् पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे एसडीएम व् एडिशनल एसपी ने परिवार वालो को कार्यवाही का विश्वास देकर शव का अंतिम संस्कार करा दिया है।
गौरतलब है कि करारी थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली किशोरी मंगलवार की शाम वह खुले में शौच के लिए गयी थी। जहाँ से लौटते समय गांव के ही 2 युवक संदीप उर्फ़ बिस्कुट व् अरुण कुमार उर्फ़ मच्छर ने उसके साथ जबरजस्ती की। पीड़िता ने घर पहुंच बिना किसी से कुछ बताये खुद को कमरे में बंद कर सो गई। बुधवार की सुबह वह घर के बाहर हैण्ड पम्प से पानी भरने गई थी। आरोपित युवको ने पीड़िता को दोबारा किसी अज्ञात स्थान पर आने को कहा और न आने पर अश्लील फोटो सोशल मीडिया में वाइरल करने की धमकी दी। इस बात से आहत पीड़िता ने घर आकर पूरी घटना अपनी माँ को बताई। बेटी की बात सुन पीड़िता की माँ अपने सगे सम्बन्धियों के साथ आरोपितों के घर पहुंची, लेकिन आरोपित पहले ही मौके से फरार हो गए। इसी बीच पड़ोस के लोगो ने घर से धुँवा निकलता देख आग लगने की सूचना दी। घर के अंदर पीड़ित बेटी आग की लपटों में घिरी बेसुध पड़ी थी। घटना की सूचना पर करारी पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर लाश का पोस्टमार्टम करा कर लाश परिजनों के सुपुर्द कर दी है।
स्थानीय पुलिस की कार्यवाही से अंसतोष जताते हुए मृत पीड़ित के घर परिवार के लोगो ने उच्च अधिकारियो के सामने अपनी बात रखने का हवाला देते हुए अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। गुरूवार को दोपहर तक लाश का अंतिम संस्कार न होने की सूचना पर प्रशासनिक व् पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में एसडीएम चायल ज्योति मौर्य, एडिशनल एसपी अशोक कुमार, सीओ सच्चिदानंद पाठक, समेत कई थानों का पुलिस बल गांव पहुंच गया। पीड़ित परिवार के लोगो ने इन्स्पेक्टर करारी केपी सिंह व् चौकी इंचार्ज मनोज सिंह पर आरोपितों के बचाव में मामले को हल्का कर कार्यवाही करने का आरोप लगाया है। अधिकारियो ने आरोपितों व् दोषी पुलिस वालो के विरुद्ध तहरीर पुनः लेकर जाँच के बाद कड़ी कार्यवाही का आश्वासन पीड़ित परिवार दिया, जिससे परिवार ने दोपहर में लाश का अंतिम संस्कार कर दिया है।
पीड़ित के चाचा ने आरोप लगाया है कि करारी पुलिस थाने में पूंछ-तांछ के दौरान उसे मनमाफिक बयान न देने पर जेल में बंद करने की धमकी दी गई। इन्स्पेक्टर करारी ने मुकद्दमे की तहरीर खुद बोलकर लिखाई है। आरोपितों में मच्छर न का युवक स्थानीय विधायक का रिस्तेदार है। जिसके चलते करारी पुलिस उसे बचाने के लिए मामले को हल्का करना चाहती है।
एडिशनल एसपी अशोक कुमार का कहना है पीड़ित परिवार द्वारा लगाए जा रहे सभी तरह के आरोपों की एक तहरीर लेकर जाँच कराई जाएगी। जो भी व्यक्ति या पुलिस कर्मी संलिप्त पाया जायेगा कठोर कार्यवाही की जाएगी।
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