कुलपहाड़, महोबा। नगर के अधिवक्ता पिता व गृहणी मां की बेटी गरिमा अग्रवाल ने स्वाध्याय से यूपीपीसीएस परीक्षा में सफलता हासिल कर नया इतिहास रच डाला है। गरिमा नगर की ऐसी पहली बेटी है, जिसने यूपीपीसीएस जैसी कठिन परीक्षा उत्तीर्ण करने में सफलता हासिल की है। गरिमा का बीडीओ के पद पर चयन हुआ है।
बीडीओ पद पर गरिमा का हुआ चयन
उ.प्र. लोक सेवा आयोग की सम्मिलित राज्य/ प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा 2021 का बुधवार को परीक्षा परिणाम घोषित हुआ। जिसमें कुलपहाड़ के अधिवक्ता राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल व मां मंजू देवी की बेटी गरिमा अग्रवाल का बीडीओ पद के लिए चयन हो गया है।
गरिमा ने 2012 में हाईस्कूल तक की पढ़ाई नगर के क्रिश्चियन स्कूल से करने के बाद 2014 में इंटर की पढ़ाई कोटा से की। जिसमें उसने 84 फीसदी अंक हासिल किए थे। भोपाल के मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट आफ इंजीनिरिंग और टेक्नोलाॅजी से गरिमा ने 2019 में केमीकल इंजीनियरिंग में बी टेक किया।
गरिमा की तमन्ना थी कि वह प्रशासनिक सेवा में जाए। संयोग से बी टेक के बाद कोरोना की लहर आ गई। ऐसे में गरिमा ने घर में रहकर सिविल सर्विस की तैयारी की। पहले ही प्रयास में वह साक्षात्कार राउंड तक पहुंची। लेकिन साक्षात्कार में सफल नहीं हो सकी।
यूपीपीसीएस में गरिमा ने पहले ही प्रयास में बीडीओ पद पर चयनित होकर अपनी मेधा का परचम फहरा दिया। गरिमा अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता व परिजनों को देती है।
गरिमा के अनुसार सफलता का कोई शार्टकट नहीं है। वह खाली वक्त परिवार के साथ व दोस्तों से बात करने में बिताती है। गरिमा के अनुसार अभी आगे का लक्ष्य तय नहीं किया है। लेकिन इस सफलता को वह जीवन का पड़ाव मानती है।
गरिमा की इस सफलता पर परिजन व नगर के लोग आल्हादित हैं। सभी गरिमा की सफलता पर उसे बधाई दे रहे हैं।
रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल