कोरोना की मार से चौपट हुआ कारोबार, भुखमरी की कगार पर धोबी समाज – कमलेश चौधरी

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रिपोर्ट – अनुज मौर्य / RT

रायबरेली। देश में करोड़ों की संख्या में रह रहा धोबी समाज विगत कई सालों से कपड़े की धुलाई एवं प्रेस का कारोबार कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा है, परन्तु कोरोना महामारी के कारण इनका कारोबार पूरी तरह से चैपट हो गया हैं। हालात ने इन्हें भुखमरी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। किसी के सामने कभी न हाथ फैलाने वाला एवं खुद्दारी के साथ जिन्दगी जीने वाला ये समाज काफी टूट गया है। लेकिन इस समाज की ओर अभी तक किसी नेता, अभिनेता, शासन, प्रशासन की नजर नहीं जा रही है, जो इनकी समस्या सुन सके और इनकी मदद करें।

समाज की दयनीय हालात को देखते हुए अखिल भारतीय धोबी महासंघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश चैधरी ने आर्थिक तंगी से जूझ रहे समाज के कुछ लोगों को मदद सहयोग करने का कार्य कर रहे हैं, लेकिन देश में करोड़ों की संख्या में रह रहे धोबी समाज के लोगों तक ये मदद करने में असमर्थ ही रहे हैं। इसलिए उन्होनें भारत सरकार के प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर धोबी समाज के मदद के लिए गुहार लगाते हुए प्रधानमन्त्री जी से अनुरोध किया कि माननीय प्रधानमन्त्री मोदी अपने स्तर से देश के समस्त मुख्यमन्त्री को इस समाज के लिए मदद करने को आदेशित करें, क्योंकि लाकडाउन की वजह से धोबी समाज पर चैतरफा मार पड़ी है। कारोबार बन्द होने के कारण समाज के लोग जहाँ दुकान व मकान का किराया, बिजली का बिल, पानी का बिल नहीं दे पा रहे हैं। वहीं कमाई पूरी तरह से ठप होने की वजह से अपने परिवार का भरण-पोषण करने में असमर्थ हो रहे हैं, धोबी समाज ने भारत सरकार से अनुरोध किया है कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे धोबी समाज के लोगों को तंगी से उबारने के लिए उनके दुकान, मकान का किराया, बिजली का बिल माफ किया जाए तथा आन्ध्र प्रदेश सरकार ने जिस तरह से वहाँ के धोबी समाज को आर्थिक पैकेज की मदद किया है, उसी तरह देश के समस्त प्रान्तों के मुख्यमन्त्री द्वारा उनके प्रान्तों में रह रहे धोबी समाज के लोगों को आर्थिक पैकेज की मदद की जाए।

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