कोरोना महामारी से राष्ट्र की सुरक्षा व खुशहाली के संकल्प के साथ सवा लाख महामृत्युंजय मंत्र का जाप

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भारत रत्न नानाजी देशमुख के आवास सियाराम कुटीर चित्रकूट में हुआ शुरू

चित्रकूट। कोरोना महामारी ने आज पूरी दुनिया को काल के मुॅहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। हरेक देश अपने-अपने संसाधनों और अपनी-अपनी युक्तियों से इस वैश्विक महामारी पर काबू पाने का प्रयास कर रहा है।

ऐंसे में विश्व गुरु रह चुका भारत कोरोना को चुनौती देकर दुनिया को दिशा देने का काम कर रहा है।

जब-जब हमारे देश में संकट आया है, तब-तब हमने अपनी एकजुटता का परिचय देकर शास्त्रोक्त परंपराओं और आध्यात्मिक चिंतन का सहारा लेकर हर संकट से अपने आप को उबारकर दुनिया के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया है।

इस कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए राष्ट्र के लोगों की खुशहाली, ऐश्वर्य, शांति व सुरक्षा के संकल्प के साथ भारत रत्न नानाजी देशमुख के आवास सियाराम कुटीर चित्रकूट में आज से सवा लाख महामृत्युंजय मंत्र का जाप शुरू हो गया है। यह जाप 14 अप्रैल तक चलने वाला है।

दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव श्री अभय महाजन ने राष्ट्र कल्याण का संकल्प लेकर महामारी से मुक्ति के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप शुरू कराया।

महामृत्युंजय मंत्र को सुरक्षा कवच भी कहा जाता है, जो किसी भी प्रकार की महामारी के संकट से उबारने की ताकत रखता है।

भगवान शिव को कल्याणकारी माना जाता है। भगवान शिव अपने भक्तों पर आने वाले कष्टों का हरण कर लेते हैं। जब-जब देवताओं, ऋषि-मुनियों या फिर ब्रह्मांड में कहीं भी जीवन पर संकट आया है, उस समय उन तमाम कष्टों के विष को भगवान शिव ने धारण किया है। ऐंसे वैश्विक आपदा काल में महामृत्युंजय मंत्र का सवा लाख का जाप निश्चित तौर पर राष्ट्रहित में मंगलकारी होगा।

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