क्रय केन्द्रों पर यदि बिचौलियों पाये जाये तो सीधे दर्ज करायी जाये एफआईआर- जिलाधिकारी

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तहसीलों से जारी होगें धान क्रय करने के लिये टोकन-जिलाधिकारी

जिलाधिकारी डा0 रूपेश कुमार ने समस्त केन्द्र प्रभारियों को कड़े निर्देश दिये है कि बिचौलयों के माध्यम से कोई खरीद नहीं होनी चाहिये, यदि किसी केन्द्र पर बिचौलियें पाये जो तो सम्बन्धित के विरूद्ध एफ0आई0आर0 दर्ज कराया जाये। यदि किसी केन्द्र पर यह पाया जाता है कि किसी बिचौलियें द्वारा द्वारा धान क्रय किया जा रहा है तो सम्बन्धित केन्द्र प्रभारी के विरूद्ध भी कड़ी कार्यवाही की जायेगी। किसी भी क्रय केन्द्र पर यदि किसानों द्वारा कोई शिकायत की जाती है तो उसका त्वरित निस्तारण किया जाये, किसानों को अनावश्यक रूप से परेशान कदापि न किया जाये। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में क्रय केन्द्रों पर निरन्तर भ्रमणशील रहकर व्यवस्थाओं की निरन्तर निगरानी करते रहे।

जिलाधिकारी ने बताया है कि खरीफ विवणन वर्ष 2020-21 में जनपद प्रतापगढ़ में कुल 51 धान क्रय केन्द्रों पर दिनांक 19.12.2020 तक जनपद के लिये निर्धारित धान क्रय लक्ष्य 60000 मीट्रिक टन के सापेक्ष 39601 मीट्रिक टन धान विभिन्न केन्द्रों पर क्रय कर लिया गया है तथा कृषकों को देय मूल्य भुगतान 73.97 करोड़ के विरूद्ध 41.67 करोड़ का भुगतान कृषकों को किया जा चुका है तथा शेष धनराशि भुगतान की प्रक्रिया में है जिसे अगले 72 घंटे के अन्दर कृषकों को प्राप्त करा दिया जायेगा। अभी तक जनपद में 9527 कृषक धान खरीर योजना से सीधे लाभान्वित हुये है। जिलाधिकारी ने कृषक भाईयों से अनुरोध किया है कि धान विक्रय के लिये अपने नजदीकी केन्द्र पर सम्पर्क बनाये रखे। धान क्रय में विलम्ब हो सकता है किन्तु सभी ऐसे कृषक जो धान विक्रय करना चाहते है उनसे निश्चित रूप से धान खरीद किया जायेगा। किसी बिचौलिये, व्यापारी को अपना धान विक्रय न करें, केन्द्रों पर धान विक्रय में सुविधा प्रदान कराये जाने के उद्देश्य से तहसील से धान खरीद हेतु टोकन का वितरण कराया जायेगा, इसके नोडल अधिकारी सम्बन्धित तहसील के तहसीलदार होगें। तहसीलदार द्वारा अपने तहसील कार्यालय से, कार्यालय समय में किसानों को धान क्रय करने के लिये टोकन जारी किये जायेगें। जिलाधिकारी ने यह भी बताया है कि जिन किसानों को धान क्रय केन्द्र के प्रभारियों द्वारा पूर्व में टोकन जारी किये जा चुके हैं उन टोकनों को तहसीलदार द्वारा सम्बन्धित रजिस्टर को देखकर उसे समायोजित कर लिया जाये जिससे कि किसी प्रकार की अव्यवस्था उत्पन्न न हो। किसान अपने अभिलेखों के साथ तहसील से टोकन प्राप्त कर लें और धान क्रय केन्द्र पर अपने धान का विक्रय करें।

जिला सूचना कार्यालय प्रतापगढ़ द्वारा प्रसारित

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