रायबरेली। रोहनिया सीएचसी में कोरोना पॉजिटिव जमातियों का इलाज करने में लगाए छह चिकित्सकों समेत 25 लोगों के स्टाफ के घर चले जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
शासन ने मरीजों को लखनऊ शिफ्ट किए जाने के साथ ही पूरे स्टाफ को 14-14 दिनों के लिए क्वारंटीन में रखने के आदेश दिए हैं, लेकिन शासन के आदेश को ताक पर रख दिया गया है। मामला संज्ञान में आने के बाद चिकित्सक व स्टाफ को तत्काल क्वारंटीन में आने के आदेश दिए गए हैं।
जिले में कोरोना पॉजिटिव पाए गए दो मरीजों को रोहनियां सीएचसी के क्वारंटीन सेंटर में इलाज के लिए रखा गया था। मरीजों के इलाज के लिए यहां छह चिकित्सकों समेत 25 लोगों के स्टाफ को लगाया गया था।
सीएचसी की दूसरी मंजिल पर मरीजों को रखने और ग्राउंड पर स्टाफ के लिए क्वारंटीन की व्यवस्था है। शासन ने गत सोमवार को दोनों मरीजों को लखनऊ शिफ्ट करने के साथ ही इलाज में लगाए गए स्टाफ को 14-14 दिन के लिए क्वारंटीन में भेजने केे आदेश दिए थे।
रात में मरीजों के लखनऊ भेजे जाने के बाद ही पूरा का पूरा स्टाफ बिना किसी सूचना के ही घर चला गया। इससे खतरा बढ़ गया है। सूचना मिलते ही स्वास्थ विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। सभी स्टाफ को तत्काल क्वारंटीन में पहुंचने के आदेश दिए गए हैं।
सीएचसी ऊंचाहार के अधीक्षक डॉ. आरबी यादव ने बताया कि कुछ कर्मचारियों ने बड़ी गड़बड़ी की है। इस बारे में पूरी रिपोर्ट भेजी जा रही है। सभी को क्वारंटीन में रहने के लिए तत्काल लाने के आदेश दिए गए हैं।