रिपोर्ट – मोजीम खान
अमेठी-सभी नियमों कानूनों को धता उड़ाते हुए दारू के व्यवसाय में लगे लोग। गांव गांव में भट्ठियाँ लगाकर देसी माल तैयार करके पियक्कड़ो को पिलाते हैं।और सप्लाई करने में मस्त हैं।जिम्मेदार अधिकारी बेखबर है।थाना मोहनगंज, जायस, फुरसतगंज, बहादुरपुर, शंकरगंज शिवरतनगंज व इन्हौना चौंकी क्षेत्र के पिपरी अहमदाबाद,वतिया, शेखनगाँव, रामपुर पवारा, जियापुर, आजादपुर, पूरे दुल्हिन, खारा, रतवलिया मैंझार, कैथागाँव, मियागंज, जिजौली, सरदारगंज, पाकरगाँव, पूरे लंगड़ा, जामोदीप आदि गांवो में दारू बनाने का कारोबार चरम पर चल रहा है। देसी शराब बनाने के धंधे में लगे लोग शाम होते ही अपने घरों व आसपास सूनशान स्थान पर भट्ठियाँ लगाकर दारू बनाने के कारोबार में लग जाते हैं। जिसे तैयार कर बिक्री करने के लिए आसपास के गावों को भेजने का क्रम जारी रहता है ।तो देर रात्रि तक दारू बनाने वाले अड्डों पर पीने वालों की लाइन लगी रहती है। पीने के बाद नशे में धुत होकर नशेड़ी घर पर मारपीट करते है। और गांव की गलियारों में घूमकर लोगों से अभद्र व्यवहार करने में नहीं चूकते हैं।साथ ही शरीफ लोगों की बहू बेटियों से छेड़छाड़ करने से बाज नहीं आते हैं। नशेड़ी से त्रस्त लोग आए दिन थाने पर शिकायत भी करते हैं परंतु पुलिस समझा-बुझाकर मामला रफा-दफा कर देती है। परंतु नशेडियो पर न तो पुलिस हाथ डालती है और न ही जिम्मेदार आबकारी विभाग के अधिकारी। गौरतलब हो कि पूर्व में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौतें हो चुकी हैं।