घर में ही बैठे करो मां को प्रणाम, पिता को प्रणाम

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  • पूर्वज प्रसन्न होंगे तो, देवी-देवता प्रसन्न होंगे
  • मंदिर में न मिलेंगे गुरुद्वारा में न मिलेंगे
  • घर में ही बैठे करो मां को प्रणाम, पिता को प्रणाम 
  • कथा व्यास श्रीवासुदेव प्रपन्नाचार्य महाराज ने कहा

कथावाचक/ कथा व्यास श्री वासुदेव प्रपन्नाचार्य महराज प्रयागराज के मुखारविंद से श्रीमद्भागवत कथा के पंचम दिवस पर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहाकि सबसे पहले मां बाप की पूजा करें। उनके आशीर्वाद से सारे पाप धुल जाते हैं। 
वासुदेव प्रपन्नाचार्य महराज ने कहाकि मानव शरीर में ही चार वर्ण समाहित हैं। मानव मुक्त का मार्ग है। भागवत कथा
सराय सुजान गांव में मुख्य यजमान पंडित रामअभिलाष शर्मा जी के निज निवास पर श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करने हेतु क्षेत्र के तमाम गणमान्य संभ्रांत जन महिला पुरुष कथा श्रवण किए।

इस मौके पर माता बख्श मिश्रा ओम प्रकाश सिंह मल्लू सिंह अनिल कुमार शर्मा सुनील कुमार सुशील कुमार शर्मा फंडा जी चारोधाम पुरोहित ओम प्रकाश शर्मा पंडित राजेन्द्र शर्मा बब्लू शर्मा माताफेर अरूण शर्मा सुधा शर्मा ममता शर्मा शालिनी शर्मा बंदना शर्मा अर्चना शर्मा राजकुमारी शर्मा मिथिलेश कुमारी शर्मा रिंकी शर्मा गिरिजा देवी गमला देवी आदि भक्त उपस्थित रहे।

  • अवनीश कुमार मिश्रा
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