– शनि मंदिर के अवधूत भाउ जी महराज की भी रही सहभागिता
चित्रकूट । चित्रकूट धाम में कुंभ महामहोत्सव को लेकर अब मामला आगे की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। बुधवार की देर शाम चित्रकूटधाम के जानकीकुंड स्थित आनंदधाम आश्रम पहुंचे रावतपुरा सरकार ने कन्नौज पीठाधीश्वर जगद्गुरू अतुलेशानंद जी महराज से चित्रकूट कुंभ महामहोत्सव के लिए हर सहयोग देने का वादा किया, उन्होंने कहा कि यह विचार उत्तम है। संत के द्वारा किया गया विचार कभी निर्रथक नही हो सकता, वह कुंभ के आयोजन में हर तरह से साथ रहेंगे।
इसके पूर्व आंनद आश्रम में पहुंचे रावतपुरा सरकार ने सभी संतों को माल्यार्पण कर स्वागत किया। जगद्गुरू अतुलेशानंद महराज ने रावतपुरा सरकार से कहा कि चित्रकूट त्रिदेवों की पूजित भूमि है। महाराज दत्तात्रेय का यहां पर जन्म हुआ। प्रयागराज के अतिरिक्त केवल चित्रकूट में त्रिवेणी का संगम है। श्री राम ने उसी संगम पर अपने पिता महाराज दशरथ का पिंडतर्पण किया था। वृद्व परंपरा के अनुसार पितृविसर्जन अमावस्या को स्वयं प्रयागराज चित्रकूट में राघव प्रयाग घाट पर स्नान करते हैं। उन्होंने इसका कारण स्पष्ट करते हुए कहा कि गंगा पापों को धोती है, जबकि मंदाकिनी पापों को खा जाती है। इसलिए प्रयागराज कौवे के वेश में आकर वर्ष भर के एकत्र किए पाप गंगा मैया चित्रकूट की मंदाकिनी नदी में आकर छोड़ जाते हैं। इसलिए चित्रकूटधाम में कुंभ महामहोत्सव को लगना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि वह इस विचार से जगद्गुरू रामस्वरूपाचार्य जी महराज व श्रीकामदगिरि पीठम के कर्ताधता संत मदन गोपालदास जी महराज को अवगत करा चुके हैं। जगद्गुरू रामस्वरूपाचार्य जी महराज ने अपनी सहमति व आर्शीवाद दिया है, जबकि संत मदन गोपालदास जी महराज ने सभी संतों की बैठक बुलाकर सबकी सहमति लेने की बात कही है। जल्द ही वह चित्रकूट के सभी संतों के साथ बैठक कर इस विचार को सभी के साथ बांटकर सहमति बनाने का काम करेंगे। रावतपुरा सरकार ने कहा कि विचार अत्यंत उत्तम है। ऐसे नए विचारों का समाज में स्वागत होना चाहिए। इस महान आयोजन के लिए वह पूरे प्राणप्रण से अपना सहभाग व सहयोग करेंगे। इस दौरान श्री कामदगिरि परिक्रमा स्थित शनि धाम के अवधूत भाउ जी महराज, सुशील सिंह परमार, सुधा सिंह, महेश गुप्ता, रिंकू, विजय यादव, हमीरपुर जिले के प्रधान संघ के अध्यक्ष इमिलिया गांव के निर्वतमान प्रधान पप्पू सिंह उर्फ दिनेश सिंह, ठेकेदार रमेश सिंह,बिगहना के जुगुल सिंह फौजी, मौदहा के चैहान साहब, नाना भाई, राजन सिंह, विक्रम सिंह आदि भक्त गण मौजूद रहे।
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