चित्रकूट के विकास के प्रति डीएम गंभीर पर विभागीय अधिकारी लापरवाह

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संदीप रिछारिया (वरिष्ठ संपादक)

चित्रकूट । तीर्थ क्षेत्र के विकास की मुख्यमंत्री की मंशा है,जिलाधिकारी भी इसके लिए गंभीर है। एक सप्ताह में मन्दाकिनी नदी को पूर्ण रूप से स्वच्छ और सततवाहिनी बनाने के लिए तीन बैठकें कर सिचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता को लगातार सफाई तेज करने के निर्देश देना उनकी गंभीरता को दर्शाता है। लेकिन दुखद पहलू यह है कि जितनी बार डीएम ने बैठक कर उन्हें मन्दाकिनी नदी से बोरियां निकालने के काम को तेज करने के लिए कहा,उतनी बार क्रमशः मजदूर कम होते गए। पिछले दिनों कमिश्नर गौरव दयाल खुद चित्रकूट आये, उन्होंने मन्दाकिनी नदी से बोरिया निकालते लेबर को देखा,उस स्थान को भी देखा जहाँ पर सारी बस्ती के नाले को लाकर मन्दाकिनी में मिलाया जा रहा है, रोगमुक्ति वाहनी को रोगयुक्ति वाहनी बनाये जाने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त कर ईओ को तत्काल नाले को टैप कर उसे डायवर्ट कर दूसरी जगह से लेजाकर जल निगम के प्लांट में मिलाने को कहा था, वैसे ऐसे ही निर्देश डीएम भी लगभग एक दर्जन बार ईओ को दे चुके है, लेकिन पुराने काम को नया काम बताकर पेमेंट कराने के माहिर ईओ ने कुछ नही किया। वैसे विभाग के द्वारा ठेकेदार को पैसा न दिए जाने के कारण नदी से बोरिया निकालने का काम दो दिन से बन्द है, वही मन्दाकिनी आरती स्थल के बगल में घाट पर बने रैम्प को भी विभाग द्वारा तोड़वाने के बाद फिर से काम बंद है। अब रही पर्यटन विभाग की बात तो परिक्रमा मार्ग पर रामायण व चित्रकूट के महत्व को दर्शाने के लिए लग रहे साउंड सिस्टम की आड़ में नीचे के पत्थर तोड़ने का खेल जारी है,क्योंकि विभाग 2005 से लेकर अब तक 4 बार इन पत्थरों को बार बार क्यो बदल देता है,यह उसके अधिकारी ही जानते है। इसी प्रकार पुराने टीन निकालकर नए टीन शेड का निर्माण भी इनकी कार्यकुशलता का नमूना है।पुराने टीन शेड से निकला समान एक जाति विशेष के लोगों के घरों की शोभा जरूर बढ़ा रहा है।
अब देखते है कि शुक्रवार को जिलाधिकारी ने एक बार फिर चित्रकूट को और सुंदर बनाने के लिए क्या निर्देश दिए।

मन्दाकिनी की अविरलता व कामदगिरि परिक्रमा के कार्य हो जल्द पूर्ण

जिलाधिकारी शेषमणि पांडे की अध्यक्षता में मां मंदाकिनी नदी के पुर्नजीवीकरण की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।

जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि मां मंदाकिनी नदी के पुर्नजीवी करण का कार्य जो चल रहा है उसे प्राथमिकता के आधार पर कराया जाए क्योंकि शासन के मुख्य बिंदु में यह कार्य है लगातार समीक्षा की जा रही है। जितने कार्य शुरू हो गए हैं उन्हें तत्काल पूर्ण करा दें तथा अन्य कोई कार्य भी कराना है तो उसका भी प्रस्ताव तैयार करा कर गंभीरता पूर्वक कार्यों को कराया जाए। उन्होंने कहा कि जो वित्तीय वर्षों पर कार्य कराए गए हैं उसकी भी सूचना संबंधित विभाग अधिशासी अभियंता सिंचाई को उपलब्ध करा दें तथा जो कार्य कराए गए हैं उनका विवरण सहित फोटोग्राफ्स भी दें। उसमें यह भी देख ले कि जो कार्य पूर्व में कराए गए हैं उनका मिलान अवश्य करा लें उन्होंने खंड विकास अधिकारी कर्वी व मानिकपुर को निर्देश दिए कि चिन्हित ग्राम पंचायतों में जो कार्य योजना फीड हो गई है उन पर तत्काल कार्य शुरू करा दे। प्रभागीय वना अधिकारी से कहा कि वन विभाग द्वारा जो कार्य कराए जाने हैं उन पर तत्काल कार्य शुरू कराएं यह शासन के मुख्य बिंदु पर है इसमें तेजी से कार्य कराए जाएं। उन्होंने अधिशासी अभियंता सिंचाई प्रखंड प्रथम को निर्देश दिए की मंदाकिनी नदी में जो भी कार्य कराए जाने हैं उनका प्रस्ताव 20 जून तक उपलब्ध करा दें ताकि शासन से स्वीकृत करा कर कार्यों को पूरा कराया जा सके मंदाकिनी नदी में जो बोरिया निकाली जा रही है उनमें और मजदूरों को लगाकर तत्काल हटवाये तथा शिल्ट की भी सफाई करें मंदाकिनी की साफ-सफाई निरंतर जारी रहे जो टूटे-फूटे पत्थर हैं उनको भी तत्काल ठीक करें। अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद को निर्देश दिए कि रामघाट की साफ-सफाई ढंग से नहीं हो पा रही है उसे कराएं यह स्थिति ठीक नहीं है तथा नालों की टैपिंग का काम भी शुरू कराया जाए उसमें शासन को धनराशि की मांग के लिए पत्र भी भेजा जाए। अधिशासी अभियंता सिंचाई निर्माण खंड से कहा कि अमरावती के पास मंदाकिनी नदी में डैम बनाने का जो प्रस्ताव है उसमें कमेटी का गठन करके प्रस्ताव तैयार कराएं तथा उसमें मध्यप्रदेश के भी अधिकारियों को शामिल किया जाए। जिलाधिकारी ने भूमि संरक्षण अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो छोटे नाले हैं उन पर चैकडैम बनवाएं तथा बड़े नालों पर लघु सिंचाई विभाग द्वारा निर्माण कराया जाए और लक्ष्मण पहाड़ी में जो सुंदरीकरण का कार्य कराया जाना है उसमें प्रभागीय वना अधिकारी के साथ बैठकर व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री जी द्वारा अपने भ्रमण के दौरान जो दिशानिर्देश विकास कार्यों के लिए दिए थे उन कार्यों को तत्काल पूर्ण करा दिया जाए। पर्यटन अधिकारी शक्ति सिंह को निर्देश दिए कि रामायण सर्किट जो परिक्रमा मार्ग पर बना है उसमें कामतानाथ जी की आरती तथा प्रवचन की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिए कि शासन की मंशा के अनुरूप गुणवत्ता युक्त कार्यों को पूर्ण कराएं।

मुख्य विकास अधिकारी डॉ महेंद्र कुमार, प्रभागीय वन अधिकारी श्री कैलाश प्रकाश, जिला विकास अधिकारी आरके त्रिपाठी, अधिशासी अभियंता सिंचाई निर्माण खंड बी बी सिंह, सिंचाई प्रखंड प्रथम आशुतोष कुमार, पर्यटन अधिकारी शक्ति सिंह सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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