गंभीरावस्था में महोबा रेफर
बेलाताल ( महोबा ) । चुनावी रंजिश के चलते अकौना ग्राम प्रधान को पूर्व प्रधान ने दर्जनों लोगों की मौजूदगी में दिनदहाडे गोली मार दी . गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हुए प्रधान को प्राथमिक उपचार के बाद महोबा रेफर कर दिया गया है .
बेलाताल के निकटवर्ती ग्राम अकौना के मजरा अकौनी में संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे प्रदेशव्यापी अभियान के तहत सफाई अभियान चल रहा था . मौके पर लेखपाल , सफाई कर्मी व तकनीकी सहायक के अलावा ग्राम प्रधान राजू कुशवाहा भी वहां सफाई अभियान का जायजा ले रहे थे . दोपहर बाद पूर्व प्रधान सुखराम राजपूत भी मौके पर पहुंच गया . सुखराम ने पहुंचते ही ग्राम प्रधान को ललकारा . दोनों में गाली गलौज शुरु हो गई . सुखराम ने ग्राम प्रधान के सिर में डंडा मारकर उसको जमीन पर पटक दिया . इसी दौरान वहां पर मौजूद कर्मचारी मौके से डर कर भाग गए . गुस्साए पूर्व प्रधान सुखराम राजपूत ने ग्राम प्रधान राजू कुशवाहा पर फायर झोंक दिए . गोली मारने के बाद जब पूर्व प्रधान मौके से भागने लगा तो गांववासियों ने उसको दबोचने का प्रयास किया . उसकी गांववासियों से हाथापाई भी हुई . लेकिन वह गांववासियों के चंगुल से भाग निकला . गांववासियों की सूचना पर अजनर थाना फोर्स मौके पर पहुंच गई है . गंभीर रूप से घायल गिराम पिरधान राजू कुशवाहा को तत्काल सामु. स्वा.केन्द्र बेलाताल ले जाया गया . जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल महोबा रेफर कर दिया गया . डा. पीके सिंह राजपूत के अनुसार ग्राम प्रधान की हालत गंभीर है . गांव में तनाव एवं गुस्से का माहौल है . मौके पर अजनर थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ पहुंच गए हैं . उनके अनुसार आरोपी की तलाश की जा रही है . ग्राम प्रधान की मौत हो गई है .
पैसों का विवाद बना हत्या का सबब
पूर्व प्रधान हिस्ट्रीशीटर के साथ साथ दिलाबदर अपराधी , यूपी एमपी में उस पर दर्जनों मुकदमे
अकौना ग्राम प्रधान राजू कुशवाहा की मौत की मुख्य वजह पैसों का विवाद माना जा रहा है. बताते हैं कि पूर्व प्रधान सुखराम राजपूत के भाई कालीचरन ने ग्राम प्रधान राजू से करीब आठ हजार रुपए उधार ले रखे थे जिसके तकादे के लिए वो आए दिन कल्लू से पैसे मांगता था . इसी के चलते ग्राम प्रधान ने एक दिन कालीचरन की पिटाई कर दी थी . भाई की पिटाई से पूर्व प्रधान सुखराम राजपूत आपे से बाहर था .
गौरतलब है कि सुखराम राजपूत दबंग हिस्ट्रीशीटर है . उस पर हमीरपुर व महोबा जिले के अलावा सीमावर्ती म.प्र. में भी दर्जनों मुकदमे चल रहे हैं . सुखराम को उसकी अपराधों की फेहरिश्त के कारण उसे जिलाबदर किया गया था .
ग्राम पंचायत अकौना में अकौना के अलावा ग्राम अकौनी भी शामिल है . अकौना की आबादी तीन हजार तो अकौनी की आबादी लगभग डेढ हजार है . सुखराम राजपूत अकौनी का रहने वाला है . जबकि ग्राम प्रधान राजू कुशवाहा अकौना का रहने वाला है . सुखराम तीन बार अकौना ग्राम प्रधान रहा है . इससे उसने काफी संपत्ति भी अर्जित की . दूसरी ओर राजू कुशवाहा पुत्र किलकोटा उम्र 50 वर्ष ग्राम प्रधान निर्वाचित होने के पहले दिल्ली में ठेकेदारी करता था . राजू के एक लडका मदन की शादी हो गई है . 25 वर्षीय मदन खेती करता है . उसकी दो बेटियां भानकुंवर हाईस्कूल में पढती है जबकि छोटी बेची धनकुंवर कक्षा 9 की छात्रा है .
ग्राम प्रधान राजू कुशवाहा और पूर्व प्रधान सुखराम के भाई कालीचरन की लम्बे समय से तनातनी चल रही थी . राजू कुशवाहा कालीचरन के खिलाफ कम से कम तीन बार लिखित रूप से अजनर थाने में अपनी सुरक्षा को लेकर प्रार्थना पत्र दे चुका था .
आज अकौनी में स्वच्छता अभियान के तहत सफाई व दवा का छिडकाव का कार्यक्रम पहले से प्रस्तावित थी . इस बात की जानकारी कालीचरन को पहले से थी कि ग्राम प्रधान राजू कुशवाहा भी कार्यक्रम में शामिल होने आएगा . सुखराम जिला बदर चल रहा है इसलिए राजू निश्चिंत था कि अकौनी में जाने पर उसे कोई खतरा है . दूसरी ओर कालीचरन ने भाई सुखराम को जब पूरी जानकारी दी तो सुखराम आधा दर्जन लोगों के साथ पहले से घात लगाकर बैठ गया . ग्राम प्रधान राजू कुशवाहा अकौनी में रतन राजपूत अध्यापक की अथाई के पास जब पहुंचा तो घात लगाए बैठे आधा दर्जन से अधिक हमलावरों ने लाठी डंडों से ग्राम प्रधान पर ताबडतोड प्रहार करना शुरु कर दिए . जिससे ग्राम प्रधान राजू का सिर फट गया . हाथ टूट गए . हमलावरों ने बाद में तमंचे से राजू के दोनों पैरों और पेट में गोली मार दी जिससे निढाल होकर राजू मौके पर ढह गया . जबकि हमलावर तमंचा और डंडा लहराते व गांववासियों को धमकाते हुए मौके से भाग निकले .
घटना के बाद पत्नी रामकुंवर का रो रोकर बुरा हाल है. गांव में मरघट सा सन्नाटा छाया हुआ है. खबर लिखे जाने तक अजनर थाना में ग्राम प्रधान की दिनदहाडे हुई हत्या की कोई तहरीर नहीं दी गई है.
— Mahoba Police (@mahobapolice) October 11, 2020