सिपाहियों पर नहीं हुई कार्रवाई पीड़ित पत्रकार ने पुलिस अधीक्षक की चौखट पर लगाई गुहार।
नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट ने जताया खेद कहा जब तक नही होगी कार्रवाई संघ चुप नही बैठेगा।
रायबरेली , पुलिस के एक पत्रकार प्रकरण से मारपीट के मामले में कोतवाली से कोई राहत न मिलने पर पीड़ित पत्रकार ने पुलिस अधीक्षक की चौखट पर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस अधीक्षक ने पीड़ित पत्रकार का हौसला अफजाई करते हुए अविलम्ब सम्बन्धित पुलिसकर्मियों पर ठोस कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिलाया। पीड़ित पत्रकार ने बताया कि उसके साथ सांसद राहुल गांधी की न्याय यात्रा के एक दिन पूर्व कवरेज करने के दौरान थाना कोतवाली नगर में कार्यरत सब इंसपेक्टर पुनीत मलिक, सिपाही हरेन्द्र एवं धीरज तथा एक अज्ञात ने उसके साथ अभद्रता की और उसका मोबाइल भी छीन लिया। उसके साथ अभद्र भाषाओं का प्रयोग करते हुए हाथापाई की। पीड़ित पत्रकार ने बताया कि यदि उसको न्याय न मिला तो वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार सहित आमरण अनशन एवं आत्मदाह तक करने को विवश होगा। उसने कहा की यह लड़ाई एक व्यक्ति की नहीं बल्कि एक समाज की है। इस पूरे मामले में नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट उत्तर प्रदेश के प्रदेश मंत्री व जिला संयोजक दुर्गेश मिश्र ने खेद जताया है उन्होंने तुरंत ही कोतवाल और सी ओ सिटी से वार्ता कर मामले में कार्रवाई की बात की है। यदि बात नही बनी तो पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी से वार्ता की जाएगी। उन्होंने कहा यदि इस प्रकरण में पुलिस कुछ कार्रवाई नही करेगी तो संगठन उच्चाधिकारियों और प्रदेश के मुखिया तक मामले को ले जाएगा जब तक उचित कार्रवाई नही होती है तब तक पत्रकार संघ चुप नही बैठेगा। इस मामले में संगठन के सभी पदाधिकारियों ने खेद जताया है। पदाधिकारी संदीप पाण्डेय,रत्नेश, हर्षित, वैभव सुशील सिंह आदि ने कार्रवाई की मांग की है।
रिपोर्ट- मनीष श्रीवास्तव
चेकिंग के दौरान सिपाहीयों द्वारा पत्रकार के साथ की गई मारपीट व अभद्र भाषा का प्रयोग
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