जगतपुर (रायबरेली) – सीमा पर चीनी सेना की ओर से भारतीय सैनिको पर हुए हमले को लेकर पूरे देश में गुस्से की लहर है। जवानों को शहादत के बाद चीन के खिलाफ पूरे देश में लोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे है। इसी क्रम में आपको बताते चलें कि शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए, वरिष्ठ पत्रकार दादा शिवआधार द्विवेदी ने कहां है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार को चीन से झड़प में भारतीय सैनिक शहीद हो गए, जगतपुर के पत्रकार उनकी शहादत को सलाम करते है। जगतपुर के पत्रकारों ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि राष्ट्रहित में चाइनीज सामानों का बहिष्कार करना चाहिए। पत्रकार समाज कल्याण समिति उत्तर प्रदेश दीपक कुमार सचिव ने कहा है की रंगबाजी इस आतंक की बेरंग होनी चाहिए, हो गया आगाज बस अब जंग होनी चाहिए, श्री दादाजी ने कहां है, कि 1962 में भारत और चीन का युद्ध हुआ था। युद्ध के बाद 1975 पर एलएसी पर फायरिंग हुई थी। जिसमें 4 भारतीय जवान शहीद हुए थे। इसके बाद से एलएसी पर कोई हिंसक झड़प नहीं हुई थी। वरिष्ठ पत्रकार डॉ राघवेंद्र शुक्ला ने कहा है कि बलवान घाटी पर शहीद हुए जवानों की शहादत को हिंदुस्तान कभी नहीं भूलेगा। मनीष श्रीवास्तव ने कहा है कि फौजी की शहीद पर दुख कम और गर्व ज्यादा होता है। ऐसे सपूतों को जन्म देकर मां की कोख भी धन्य हो जाती है। इस अवसर पर अखिलेश कुमार पांडे शिवेंद्र प्रताप सिंह आदि लोगों ने 2 मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
अनुज मौर्य /मनीष श्रीवास्तव की रिपोर्ट