जनपद के बीकापुर तहसील क्षेत्र के कोदैला इंटर कॉलेज के समीप स्थित जजमान अवधेश तिवारी के द्वारा तीन दिसंबर से कराई जा रही श्रीमद् भागवत कथा महापुराण में आज गुरुवार को कथा व्यास पंडित अरविंद तिवारी ने अधर्म की वंशावली का वर्णन किया।2:00 बजे से लेकर 5:00 बजे तक की पाली की कथा में कथा व्यास पंडित अरविंद तिवारी ने कहा कि सुखदेव ने राजा परीक्षित को सावधान करते हुए कहा की राजन ज्यादा लंबी चौड़ी कथा सुनने की आवश्यकता नहीं है। जो व्यक्ति दिन में तीन बार सुबह दोपहर शाम तीनों समय अधर्म की वंशावली को दोहराता है उसके संपूर्ण ज्ञान नष्ट हो जाते हैं समाप्त हो जाते हैं बताया कि अधर्म की पत्नी मृषा के संजोग से दो संताने पैदा हुई उनका नाम था दम्भ एवं माया कथा व्यास ने बताया कि दम्भ एवं माया के संजोग से दो संताने लोभ और सठता पैदा हुई लोग और सठता के संजोग से क्रोध एवं हिंसा का जन्म हुआ क्रोध एवं हिंसा से दो संताने पैदा हुई।
जिनका नामकरण गाली गलौज लड़ाई झगड़ा पड़ा। लडाई झगड़े से दो संताने पैदा हुई भय एवं मृत्यु का डर कथा प्रवचन के दौरान व्यास जी ने कहा कि भय एवं मृत्यु डर से दो संताने पैदा हुई यातना पीड़ा एवं नरक उन्होंने मौजूद सैकड़ो श्रोताओं को श्रीमद् भागवत कथा महापुराण के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि भागवत महापुराण शब्दों की कथा है जन्म को सुधारने की कथा है जन्म सुझरेगा तो जीवन सुधरेगा एवं जीवन सुधरने से मृत्यु सुधरेगी। कथा व्यास ने कहा कि श्रीमद् भागवत महापुराण कथा सुनने से आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति तो होती ही है साथ ही विभिन्न समस्याओं से छुटकारा भी मिलता है। बताया कि सभी ग्रंथो का सार श्रीमद् भागवत गीता महापुराण में निहित है कथा समाप्त के बाद आरती एवं प्रसाद वितरण का कार्यक्रम यजमान के कार्यकर्ताओं व परिजनों द्वारा मौजूद कथाश्रोताओं में वितरण किया गया। कार्यक्रम के दौरान श्रोता गण में राम मूर्ति तिवारी रमेश शर्मा हरिहर दुबे शिवकांत दुबे रमाशंकर दूबे सुरेश दुबे अरविंद तिवारी सुधा तिवारी बेबी तिवारी आकाश तिवारी सहित सैकड़ो की तादाद में लोग मौजूद रहे श्रोताओं ने श्रीमद् भागवत कथा का रसपान किया।
रिपोर्ट- मनोज कुमार तिवारी
जन्म को सुधारने की कथा हैश् रीमद्भागवत महापुराण —- कथाव्यास पंडित अरविंद तिवारी
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