महराजगंज, रायबरेली। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत नवागन्तुक जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने महराजगंज पहुंचकर प्रशासनिक कार्यालयों का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होने सबसे पहले तहसील उसके बाद विकास खण्ड कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होने अभिलेखों के रख रखाव एवं न्यायालय की प्रक्रियाओं की जानकारी ली और कई तरह के सुझाव व कार्याें में सुधार के निर्देश भी दिये। जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण के चलते सभी कार्यालयों में जहां व्यवस्थाएं चाक चैबन्द रही वहीं अधिकारी व कर्मचारी पूरी तरह से मुस्तैद देखे गये।
तहसील पहुंची जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने सबसे पहले उपजिलाधिकारी कार्यालय, उपजिलाधिकारी कोर्ट, तहसीलदार कोर्ट, अभिलेखागार, कम्प्यूटर कक्ष, अमीन संघ कार्यालय आदि का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होने एसडीएम कोर्ट में किसी भी एक आदेश की फाइल मांगी जो उपस्थित पेश कार शिशुपाल नही दिखा पाये जिससे वह नाराज दिखी वहीं धारा 24 का रजिस्टर मांगने पर धारा 80 की फाइल दिखाने से व भड़क गयीं।
धारा 116 की फाइल भी प्रस्तुत नही कर सके एसडीएम कोर्ट वर्क पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने पेशकार शिशुपाल को फटकार लगाई। उसके बाद उन्होने तहसील कोर्ट का भी निरीक्षण किया जहां पर पांच वर्ष से चल रहे एक वाद में लेखपाल द्वारा रिपोर्ट आख्या न लगाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की और तहसीलदार को जांच के निर्देश दिये।
अभिलेखागार, भूलेखागार, अमीन संघ कार्यालय में उन्होने फाइलों के रख रखाव को दुरूस्त करने के निर्देश दिये। इस दौरान चुरूवा बार्डर निवासी भगवान सिंह ने वरासत न होने की शिकायत की , रसूलपुर निवासी गुरू प्रसाद ने आदेश के 11 वर्ष बाद भी कब्जा न मिलने की शिकायत की।
वहीं प्रधान प्रतिनिधि रणविजय सिंह ने इन्हौना मार्ग के खस्ताहाल होने व उसे दुरूस्त कराये जाने की मांग की। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के पदाधिकारियों ने बछरावां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अल्ट्रा साउण्ड मशीन लगवाने, विद्युत बकाया बिल के अधिभार को माफ करते हुए ओटीएस स्कीम पुनः लागू किये जाने की मांग की।
वहीं विकास खण्ड कार्यालय में मनरेगा, आवासों, हैण्डपम्पों के मरम्मत की स्थित, एनआरएलएम, आयुष्मान कार्ड आदि की स्थिति का जायजा लिया और मनरेगा की फाइलों में की जा रही एम बी आदि पर भी नजर डाली जिसके बाद हैण्डपम्प रिबोर के मामले में विभागीय कार्य कराये जाने के निर्देश दिये।
इस मौके पर उपजिलाधिकारी रजितराम गुप्ता, तहसीलदार ज्ञान प्रताप सिंह, नायब तहसीलदार, खण्ड विकास अधिकारी वर्षा सिंह, एपीओ राजीव त्यागी, एडीओ पंचायत शिखर शुक्ला सहित कर्मचारी उपस्थित रहे।
- अशोक यादव एडवोकेट