ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा को सरयू जन्मोत्सव, जेष्ठ के अंतिम मंगलवार को भंडारे का आयोजन

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भगवान राम की जन्म स्थली पर स्थिति सरयू तट जहां पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आते हैं और स्नान करके अपने आप को धन्य मानते हैं.ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा को मां सरयू का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां सरयू धरती पर प्रकट हुई थीं.वहीं म?
अवधपुरी मम पुरी सुहावन उत्तर दिस सरयू वही पावन भगवान राम की जन्म स्थली पर स्थिति सरयू तट जहां पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आते हैं और स्नान करके अपने आप को धन्य मानते हैं.ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा को मां सरयू का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां सरयू धरती पर प्रकट हुई थीं.वहीं मां सरयू के जन्मोत्सव को लेकर विशेष आयोजन किया जाता है.हालांकि 2019 से 2021 तक कोरोना काल के चलते मां सरयू का जन्मोत्सव सांकेतिक रूप से मनाया गया था.लेकिन इस बार कोरोना का साया कम हुआ है.ऐसे में एक बार फिर मां सरयू के जन्मोत्सव में तीन दिवसीय भव्य आयोजन किया जा रहा है.जिसमें सरयू की विशेष आरती, दूध अभिषेक, फूलों की झांकी और सरयू पर व्याख्यान किया जा रहा है.अंजनेय सेवा समिति के संस्थापक शशिकांत दास सरयू जन्मोत्सव का पारंपरिक आयोजन कर रहे हैं जो 12 जून से शुरू होगा और 14 जून को खत्म होगा. 5 हजार 151 बत्तियों की महाआरती फूल बंगले की झांकी के साथ सरयू का जन्मोत्सव संपन्न होगा.सरयू आरती के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही विशेष अनुदान दिया था.आज उन्हीं के सहयोग से अनवरत सरयू आरती चल रही है.शाम लगभग 6:00 से 7:00 के बीच में आरती होती है.जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं.

जानिए ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा को क्यों मनाया जाता है सरयू जन्मोत्सव
शशिकांत दास बताते हैं कि मां सरयू महर्षि वशिष्ठ के द्वारा धरती पर लाई गयीं थीं.भगवान के नेत्रों से इनका जन्म हुआ था इसलिए इनको नेत्रजा भी कहा जाता है.जिस तरह से गंगा दशहरा के दिन मां गंगा का जन्मोत्सव मनाया जाता है इसी प्रकार ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन सरयू का जन्मोत्सव मनाया जाता है.जिसमें फूल बंगले की झांकी सहित तमाम विविध आयोजन होंगे.साथ ही स्वामी राम दिनेशाचार्य जी के द्वारा 12,13,14 जून तक सरयू की महिमागाई जाएगी
.इसके अलावा जेष्ठ मास केअंतिम मंगलवार को प्रभारी निरीक्षक सुमित श्रीवास्तव तथा उप निरीक्षक दिनेश पांडे के नेतृत्व में बीकापुर कोतवाली में सुंदरकांड का पाठ किया गया तथा स्टाफ व आगंतुकों को प्रसाद का वितरण किया गया तथा वहां मौजूद लोगों ने अंतिम मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ कर प्रसाद का वितरण करायापूरा बीकापुर कोतवाली पर रंगारंग कार्यक्रम में सराबोर रहा।

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