न्यूजडेस्क – प्रदेश सरकार भले ही जनता को बेहतर बिजली व्यवस्था देने की बात कर रही हो मगर ग्रामीण क्षेत्रो में इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है, कुछ विद्युत विभाग के कर्मचारियों की वजह से न सिर्फ पूरे महकमे का नाम खराब हो रहा है बल्कि लकडाउन के इस दौर में हजारों लोग अंधेरे का सामना करते हुए भीषण गर्मी से भी परेशान हो रहे हैं।
ब्रेकडाउन के बावजूद नही मिल रहा शटडाउन
बताते चलें कि गदागंज उपकेंद्र जो डलमऊ से विद्युत आपूर्ती की जाती है, रविवार देर शाम अचानक से 33 केवी ब्रेकडाउन होने की वजह से गदागंज उपकेंद्र की आपूर्ति बाधित हो गयी जिसकी वजह से पड़रिया, साई, टिकरिया, बिन्नावा, गौरा खसपरी, बनापार, दीनशाह गौरा सहित दर्जनों गांवों की आपूर्ति बाधित हो गयी, हजारों की आबादी उमस व अंधेरे से परेशान हो गई, विभागीय सूत्रों की मानें तो गदागंज उपकेंद्र के कर्मियों ने डलमऊ उपकेंद्र कर्मचारियों से सम्पर्क किया मगर वहां मौजूद एसएसओ व जेई ने शटडाउन देने से ही मना कर दिया।
मनमानी का असर जनता पर
खुद को विभाग से भी बड़ा समझकर ड्यूटी करने वाले डलमऊ उपकेंद्र के जेई व एसएसओ की मनमानी से हजारों की आबादी न सिर्फ अंधेरे में है बल्कि इस लकडाउन में घरों में प्रचंड गर्मी का भी सामना करना पड़ रहा है, जेई रामनरेश कुशवाहा व एसएसओ बीएन यादव की मनमानी का खामियाजा गदागंज क्षेत्र की जनता भुगत रही है।
जल्द बहाल करने के प्रयास : जेई गदागंज
विगत सप्ताह आये भीषण तूफान ने जब जमकर तबाही मचाई तो ऐसा लगा कि अब तो कई दिनों तक बिजली देखने को न मिलेगी तब गदागंज उपकेंद्र के जेई तेज नारायण ने खुद अपनी टीम के साथ जुटकर महज 24 घण्टे में उपकेंद्र के दूसरे छोर पर स्थित गांव तक आपूर्ति बहाल की तो क्षेत्र के उपभोक्ताओं को लगा कि अब पूरे सत्र में बिजली अच्छी मिलेगी, मगर आंख मिचौली के बाद रविवार को अचानक बत्ती गुल होने से लोगों की खुशी गायब हो गयी, इस बाबत जब गदागंज उपकेंद्र में तैनात जेई तेज नारायण से बात की गई तो उन्होंने कहा कि डलमऊ से 33 केवी ब्रेकडाउन है, डलमऊ से शटडाउन देने की बात की गई मगर वहां से शटडाउन न मिलने से लाइन चेक करना सम्भव नहीं हो पा रहा है, शटडाउन मिलते ही फाल्ट सही करके शीघ्र आपूर्ति बहाल करने का प्रयास किया जाएगा।