संपादकीय
किसी मसीहा से कम नहीं थे। सादा जीवन उच्च विचार जगतपुर क्षेत्र में जिन्हें काका के नाम से भी जाना जाता था। इसी बहाने उनके मिलने मिलाने वाले मुंह लगे लोग हंसी मजाक भी कर लिया करते थे। हंसना और हंसाना भी हो जाता था। हमारे चाचा स्व.रामशंकर श्रीवास्तव जो कि 2006 में जिला सहकारी बैंक जगतपुर से कैशियर के पद से रिटायर्ड हुए। जिंदगी के हसीन पलों युवावस्था में कदम रखते ही लोगों के दुख दर्द और समस्याओं को देखते हुए पत्रकारिता की दुनिया में कदम रखा था फिर लखनऊ यूनिवर्सिटी से वकालत की डिग्री हासिल की।
19 अप्रैल 2021 को यूं अचानक हम सब को हमेशा के लिए छोड़ कर चले गए की आंखों ने तो देखा पर हृदय मानने को आज भी तैयार नहीं। हर समय हर घड़ी उनकी आहट महसूस होती है इस पितृपक्ष में चाचा जी को विनम्र श्रद्धांजलि।
मनीष श्रीवास्तव रिपोर्ट