जगतपुर, रायबरेली।
जिस प्रकार से लाँकडाउन के बाद पटाका लाइसेंस धारी व्यापारियों में कमाई के कुछ साधन सुलभ होने की आशा जगी थी, प्रशासन द्वारा उहापोह की स्थिति मे पर्यावरण प्रदूषण को देखते हुए लाइसेंस बनने में कुछ देरी का सामना करना पड़ा। जगतपुर रामलीला के मैदान के पटाखा दुकानदारों ने बताया कि काश लाइसेंस एक या दो दिन पहले बन जाता तो खरीदारी और बेचदारी में मजा आता। दुगना लाभ भी होता पर प्रशासन ने इस ओर ध्यान न देकर मुट्ठी भर समय का ही लाइसेंस जारी किया। ऊपर से खरीदार जो आते हैं 10, 20, 50,100 से ज्यादा खरीदारी नहीं करते। इसलिए भी बहुत ज्यादा आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है पिछले वर्ष की अपेक्षा पैसे भी ज्यादा लगाए गए हैं शायद दुकानदारी ज्यादा होगी पर ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला जिससे दुकानदार में प्रशासन के प्रति काफी रोष है ।