राकेश कुमार अग्रवाल
कुलपहाड (महोबा)। लाॅकडाउन के चलते घरों में दुबक कर रह गए बच्चे आजकल दूरबीन से बाहर कि नजारा देख रहे हैं।
कोरोना के कारण असमय स्कूल के बंद हो जाने और बाहर जाने पर बंदिशों के चलते बच्चों ने बाहरी दुनिया से खुद को जोडने के लिए अब दूरबीन का सहारा लेना शुरु कर दिया है। आकृति के अनुसार वह न तो फ्रेंडस के घर जा पा रही है न कहीं खेलने। घर में घुसे घुसे बाहर की चीजों को देखने की उत्सुकता होती है। उसने इसका हल निकाला दूरबीन से सुबह शाम जब भी अब मन करता है उसके अनुसार वो छत पर चली जाती है और दूरबीन की मदद से नगर की हलचल को देखती है।
छाया के अनुसार उसके पापा ने उसे जन्मदिन के गिफ्ट में दूरबीन दी थी आज यह बडे काम आ रही है। वो प्राकृतिक नजारे पहाड व गलियों में होने वाली हलचल को देखती है। मूड फ्रेश हो जाता है, नहीं तो घर में कई बार यूं लगता जैसे कैद हों सभी बच्चे अपने अपने तरीके से वक्त का सदुपयोग कर रहे हैं लेकिन बाहरी दुनिया से रूबरू होने की चाहत सभी की होती है ऐसे में बच्चों ने आसपास को देखने का नया तरीका जरूर निकाल लिया है, जिसके तहत वे घर में रहकर पासपडोस को भी देख रहे है।