दो साल से वेतन न मिलने पर ट्यूबवेल आपरेटर बैठा आमरण अनशन पर

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गजब आंदोलन

  • भुखमरी से जूझ रहे जगमोहन ने मांगी इच्छामृत्यु की इजाजत

  • अनशन स्थल पर लटका रखा है रस्सी से तैयार फंदा

राकेश कुमार अग्रवाल

बांदा । दो साल से वेतन न मिलने से भुखमरी से दो चार हो रहा एक ट्यूबवेल आपरेटर ट्यबवेल पर ही आमरण अनशन पर बैठ गया है। आपरेटर ने वेतन न देने की दशा में इच्छामृत्यु से प्राण त्यागने की इजाजत की मांग की है।

बांदा के अतर्रा ग्रामीण के भुजयारी पुरवा के जगमोहन ने आज से ट्यूबवेल पर आमरण अनशन शुरु कर दिया है। जगमोहन ट्यूबवेल आपरेटर है। उसे १५०० रुपए प्रतिमाह मानदेय पर रखा गया था। जगमोहन के अनुसार उसे दो साल से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। सचिव भुगतान के एवज में ३०% ,कमीशन मांग रहा है। घर में खाने को दाना नहीं है, कमीशन का पैसा कहां से लाकर सचिव को दूं। जगमोहन की पत्नि जगरनिया की मानें तो मांग मांग कर लाकर दो दिन से दलिया खा रहे हैं।

बैनर लगाकर आमरण अनशन पर बैठे जगमोहन के अनशन स्थल पर रस्सी का फंदा भी लटका हुआ है। उसके अनुसार भुगतान नहीं होता तो उसे ९ जून को गले में फंदा लगाकर लटकाने की इजाजत दे दी जाए। भूखों मरने से बेहतर है कि इसी तरह जान दे दूं। जगमोहन के अनुसार न प्रधान सुनता न सचिव। मैं अब मरना चाहता हूं।

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