नवरात्र में आशावर माता मंदिर के पुजारी और वाल्मीकि आश्रम के महंत के बीच छिड़ी जंग

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चित्रकूट/मानिकपुर। गाली-गलौज और मंदिर से लात मारकर बाहर करने की धमकी देने का आशावर माता के पुजारी ने महर्षि वाल्मीकि आश्रम के महंत भरत दास पर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को सौपा प्रार्थना पत्र।

आपको बताते चले की शंकर दयाल द्विवेदी ने बताया कि मैं आदि शक्ति जगत जननी माँ आशावर मातारानी के शक्ति पीठ मंदिर का और ग्राम लालापुर का निवासी हूँ और मैं मातारानी का पुजारी हूँ। मुझें महर्षि वाल्मीकि तपोस्थलीय आश्रम के महंत भरतदास लगातर गाली गलौज करता हैं और अक्सर धमकी देता हैं कि तुझें लात मारकर मंदिर से बाहर निकलवाकर किसी दूसरे को मंदिर का पुजारी बनवा दूँगा और अपने पद का गलत इस्तेमाल करता हैं। मुझें बदनाम करने के लिए सरकारी पाइप लाइन को कटवा कर और महंत द्वारा मोटर खराब कर पानी सप्लाई बंद कर दिया गया जिससे कि मंदिर परिसर में भक्तों को पानी न मिले और क्षेत्र में मेरी मदनामी हो और मंदिर के गेट पर खड़ा होकर दिनभर आये हुए श्रद्धालुओं से मेरी करता हैं बुराई।

महंत भरत दास के द्वारा माँ आशावर मातारानी शक्तिपीठ मंदिर को हड़पने को किसी भी हद जा सकता हैं और मुझें बदनाम करने की कर रहा हैं पूरी कोशिश। पुजारी शंकर दयाल द्विवेदी ने आज जिलाधिकारी अभिषेक आनंद को प्रार्थना पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार और कहाँ की अगर आगे चलकर मेरे साथ कुछ भी गलत होता हैं और मेरी जान जाती हैं तो इसका जिम्मेदार वाल्मीकि आश्रम के महंत भरत दास होगा।
वहीं जब इस मामले पर वाल्मीकि आश्रम के महंत भरत दास से बात की गयी तो उन्होंने मंदिर के पुजारी द्वारा लगाए गए सारे आरोपो से किया इंकार।

रिपोर्ट : पुष्पराज कश्यप चित्रकूट

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