नवरात्र पर्व की तैयारियां जोरों पर

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पुराने मंदिरों की सफाई और रंगरोगन संभाला युवा पीढ़ी ने

कुलपहाड़, महोबा। शारदीय नवरात्र पर्व की तैयारी को लेकर मंदिरों में साफ सफाई एवं सजावट का काम शुरू हो गया है। इसके लिए बड़े बूढों के साथ साथ बच्चों तक में उत्साह देखा जा रहा है। गांव में अब ट्रेंड बदल रहा है युवा संगठन मूर्ति स्थापना की बजाय पुराने मंदिरों में सजावट कर नवरात्र पर्व मनाने लगे हैं।

नवरात्र उत्सव को लेकर उत्साह सातवें आसमान पर है। युवा , बच्चे व बूढ़े सभी मंदिरों को संवारने सजाने के साथ-साथ साफ करने में जुटे हुए हैं। ग्राम सुगिरा में बड़ी देवी जी के मंदिर की साफ सफाई नवरात्रि को लेकर जोरों पर है। युवा क्रांति संगठन द्वारा गांव में नई परंपरा शुरू की गई और मूर्ति स्थापना की बजाय मंदिरों की मूर्ति और मंदिरों को सजाकर नवरात्र का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इसके लिए बच्चे भी साफ सफाई में जुटे हुए हैं।

रौनक , महिमा , गीता सुरेखा , महिमा जैसे कई बच्चे प्रतिदिन मंदिर प्रांगण की सफाई कर रहे हैं। युवा क्रांति संगठन के कालका प्रसाद साक्षी कहते हैं कि नवरात्रि में मूर्ति स्थापना में लाखों रुपए व्यय हो जाता है और जो पुरानी शक्तिपीठ हैं उनमें अंधेरा पसरा रहता है।

इसी सोच के चलते युवा क्रांति संगठन ने मंदिर में ही मूर्तियों को सजाकर उत्सव मनाने का व्रत लिया है। नवरात्रि के बाद जितना पैसा शेष बचता है उसे मंदिर में ही लगा देते हैं जिससे मरम्मत हो जाती है। यह परंपरा कई मंदिरों में शुरू हो गई है जिसे समाज में काफी सराहना और सहयोग मिल रहा है।

  • राकेश कुमार अग्रवाल
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