रायबरेली। शिवगढ़ बीआरसी भवन में चल रहे पांच दिवसीय निष्ठा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिन बृहस्पतिवार को शिक्षक प्रशिक्षुओं को शिक्षण अधिगम के अभिन्न अंगों के विषय में जानकारी दी गई। बीआरसी में चल रहे निष्ठा प्रशिक्षण के तीसरे दिन प्रशिक्षकों ने 134 प्रशिक्षु अध्यापकों को बताया कि शिक्षण अधिगम का अभिन्न अंग है और शिक्षण अधिगम के दौरान इसका प्रयोग लगातार होता है। समग्र और पूर्वाग्रहों या विकृति से मुक्त होने के लिए इसे कई सबूतों पर आधारित होने की आवश्यकता होती है, जिसे सीखने के विभिन्न पहलुओं पर बच्चे को कक्षा के अन्दर और बाहर दोनों गतिविधियों में भाग लेने के लिए अलग-अलग स्रोतों से जानकारी एकत्रित करने की आवश्यकता होती है।अर्थात ज्ञान, निष्पादन, कौशल, रुचियां, दृष्टिकोण और अभिप्रेरणा यह शिक्षकों को न केवल प्रत्येक बच्चे के सीखने में आ रही परेशानी को समझने में मदद करता है, बल्कि विद्यार्थियों की आवश्यकताओं को और सीखने की शैली के अनुसार उनके शिक्षण अधिगम को विचार समीक्षा और संशोधित करने में भी मदद करता है। इस मौके पर प्रशिक्षक रुचि लोगानी, नरेंद्र कुमार, नीलेश कुमार, शिखा बाजपेई रितेश शिव प्रसाद मौजूद रहे।
निष्ठा प्रशिक्षुओं को दिए गए शिक्षण अधिगम टिप्स
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