नोएडा में बदइंतजामी ने ली नवजात की जान

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सारी रात बाइक से भटकाया पिता व नवजात को, तड़के नवजात ने तोड़ा दम

राकेश कुमार अग्रवाल / वरिष्ठ संवाददाता

कुलपहाड़ ( महोबा )

नोएडा में रहकर मजदूरी कर रहे बेलाताल के राजकुमार ने चिकित्सा व्यवस्था का क्रूर चेहरा देखा जब चिकित्सा सुविधा के अभाव में उसके नवजात शिशु ने दम तोड दिया।

गौरतलब है कि बेलाताल कस्बे का प्रेम कुमार बीस वर्षों से ग्रेटर नोएडा में काम कर रहा है। कुछ समय पहले प्रेम का छोटा भाई राजकुमार अपनी पत्नी रेखा के साथ काम करने बडे भाई के पास नोएडा चला गया था। राजकुमार की कुछ समय पहले शादी हुई थी। उसकी पत्नी रेखा गर्भवती थी। प्रसव पीडा प्रारम्भ होने पर राजकुमार अपनी पत्नी रेखा को ग्रेटर नोएडा के कृष्णा लाइफ लाइन हास्पिटल लेकर गया। जहां कल सुबह १० बजे उसे भर्ती कराया गया। रात में दस बजे सिजेरियन आपरेशन से रेखा ने एक लडके को जन्म दिया। बच्चे की तबियत बिगडने पर उसे ग्रीन सिटी हास्पिटल रिफर कर दिया। वहां पर एडमिट तो कर लिया गया लेकिन उसे वहां से आईसीयू में भेज दिया गया। कुछ देर बाद डाक्टरों ने उसे वेंटीलेटर पर रखने को कहा एवं वेंटीलेटर का एक दिन का तीस हजार रुपया जमा कराने को कहा। राजकुमार ने जब इतना पैसा जमा कराने में असमर्थता जताई तो डाक्टरों ने उसे दादरी हास्पिटल रेफर कर दिया. १०० नंबर डायल करने पर पुलिस तो आ गई लेकिन एम्बुलेंस रात में दो घंटे बाद डेढ बजे आई लेकिन एम्बुलेंस में आक्सीजन की व्यवस्था नहीं थी. जैसे तैसे शिशु को लेकर राजकुमार सुबह सवा दो बजे दादरी के सरकारी अस्पताल पहुंचा। लेकिन वहां पर कोई शिशु रोग चिकित्सक नहीं था। राजकुमार को दादरी से फिर नोएडा रेफर कर दिया गया। तडके साढे चार बजे नोएडा के हास्पिटल शिशु को लेकर राजकुमार पहुंचा। तमाम अनुनय विनय के बाद डाक्टरों ने नवजात को देखकर उसे मृत घोषित कर दिया। आखिरकार सुबह शिशु को नोएडा में दफना दिया गया। अभागी राजकुमारी अपनी पहली संतान का मुंह भी न देख पाई। उसका रो रोकर बुरा हाल है। परिजन गम के सागर में डूबे हुए हैं।

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