अंतराष्ट्रीय डेस्क- अमेरिका में हिंदी का प्रभाव और प्रयोग बढ़ने लगा है। न्यूयॉर्क स्थित भारतीय कौंसलावास ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर ई-मासिक पत्रिका अनन्य का प्रकाशन प्रारम्भ किया है। पत्रिका का समारोह पूर्वक लोकार्पण किया गया।
मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध साहित्यकार सुरेन्द्र गम्भीर ने कहा कि भारतीय कौंसलावास की आधिकारिक हिंदी मासिक पत्रिका अनन्य प्रवासी हिंदी के वैश्विक प्रचार-प्रसार में प्रभावी भूमिका अदा करेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधान कौंसल रणधीर जायसवाल ने कहा कि पत्रिका के माध्यम से हिंदी सेवा का नया संकल्प पूरा किया जाएगा। लखनऊ की रहने वाली प्रवासी लेखिका मंजु मिश्रा ने कहा कि भारतीय कौंसलावास ने प्रवासी भारतीयों का बहुत पुराना सपना पत्रिका प्रकाशन के साथ पूरा किया है।
अनन्य के इस अंक में भारत, अमेरिका, सिंगापुर सहित कई देशों के रचनाकारों की रचनाओं को शामिल किया गया है। अमेरिका से सुरेन्द्र गम्भीर, अनिल प्रभा कुमार, मंजु मिश्रा के साथ ही ड्यूक विश्वविद्यालय के बच्चों की लिखी हाइकु कविताओं को भी प्रकाशित किया गया है।
पत्रिका के प्रबंध संपादक अनूप भार्गव और संपादक सुप्रसिद्ध साहित्यकार डा० जगदीश व्योम हैं। कला संपादक सुप्रसिद्ध चित्रकार विजेंद्र विज हैं। इस अवसर पर संपादन सलाहकार हरीश नवल भी उपस्थित रहे।
अनुज मौर्य रिपोर्ट