रिपोर्ट – अवनीश कुमार मिश्रा
(आचार्यों के वैदिक मंत्रों से गुंजायमान हो रहे कथा पांडाल में श्रोताओं की बढ़ने लगी भीड़)
सांगीपुर, प्रतापगढ़। ब्लॉक सांगीपुर के ग्राम ननौती (पूरे भोला पांडे) में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन कथाव्यास आचार्य देवव्रत जी महाराज ने महाभारत के प्रसंगों का उद्धरण देते हुए हिरण्याक्ष वध की कथा को विस्तार से श्रोताओं को समझाया। उन्होंने बताया कि पापियों के संहार के लिए ही समय-समय पर प्रभु अवतार लेते हैं। उन्होंने शुकदेव जी के जन्म के साथ ही भगवान श्री कृष्ण के अद्भुत स्वरूप का विस्तृत वर्णन कल के श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
आचार्य धर्मेंद्र शुक्ला, आचार्य राजेंद्र, आचार्य पंकज, आचार्य विवेकानंद एवं आचार्य अजय शास्त्री के वैदिक मंत्रों की गूंज से हर्षोल्लासित बड़ी संख्याएं में उपस्थित श्रोताओं में संगीतमयी कथा के प्रति रुचि की बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
मुख्य यजमान श्रीमती कलावती तिवारी सहित उनके परिजन, कथा को बड़ी तन्मयता से सुन रहे हैं।
मुख्य आयोजक राजकुमार तिवारी उर्फ राज तिवारी के संयोजन में सुव्यवस्थित सजे पांडाल के धार्मिक वातावरण में डूबे नियमित श्रोताओं में पंडित अंबिका प्रसाद पांडेय, शारदा प्रसाद तिवारी, राजेश सिंह डेली, ओंकार नाथ ओझा, रघुनाथ चतुर्वेदी, हरिहर प्रसाद तिवारी, शिव प्रसाद तिवारी, कल्लू तिवारी, कु. पंकज सिंह, श्रीमती रेखा तिवारी,प्रांजल, सिम्पी, दिशा, ईशा, दिव्यांश, रेयांश सहित परिवारी जन के अलावा क्षेत्र के कोने-कोने से श्रोताओं की भीड़ बढ़ती जा रही है।