– निवर्तमान जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में की गयी सामूहिक शिकायत
रायबरेली। प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य व निवर्तमान जिला अध्यक्ष दिलीप यादव के नेतृत्व में भाजपा के निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओ ने प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से शिकायत कर के कहा है की पंचायत चुनाव से पहले जिला संगठन की तरफ गंभीरता से ध्यान दे नही तो पार्टी को होने वाले नुकसान से बचाया नही जा सकेगा। प्रदेश अध्यक्ष को बताया गया की ज़िला अध्यक्ष द्वारा भेजी गयी सरकारी चयन सूची को निरस्त कर दिया जाये। साथ ही एक प्रांत पदाधिकारी को भेजें जो जिले में बैठक करके मामले की जांच करें और आगे के नामों का चयन कराए। शिकायत में बताया गया की जिला पदाधिकारी , मंडल अध्यक्ष , सरकारी वकील , भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष, नामित सभासद का चयन कराने में जिला अध्यक्ष ने अनियमितताएं की है पार्टी के मानक के अनुसार पुराने कार्यकर्ताओं का चयन न करके के 2018 के बाद पार्टी में आए लोगों को नामित किया। साथ ही पार्टी के निर्देशानुसार चयन बैठक में निवर्तमान जिलाध्यक्ष व विचार परिवार के साथ बैठक कर नामों का चयन होना चाहिए था लेकिन निजी स्वार्थ और लाभ के कारण इसकी अनदेखी की गई। इतना ही नहीं संभावित मंडी समिति के अध्यक्ष, जेल विजिटर व अन्य सरकारी पदों के नाम जिले से भेजे गए हैं । सरकारी वकील , विकास प्राधिकरण , भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष के चुनाव में अनुसूचित समाज के लोगो का समायोजन नहीं किया गया ।जिला अध्यक्ष की इस कार्यशैली से सारे कार्यकर्ता यह मान रहे हैं की पार्टी के जिला अध्यक्ष अन्य पार्टियों से मिलकर भाजपा को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। सभी ने एक सुर में यह भी कहा की जिला अध्यक्ष वही करते हैं जो पशुपति शंकर बाजपेई उनसे कहते है। पिछले लोकसभा व विधानसभा चुनाव में बाजपेई का पछद्रोही रवैया सभी जान चुके हैं। इसलिए पंचायत चुनाव से पहले अगर इन पर कार्यवाही न हुई तो पार्टी की नुकसान होने तय है। साथ ही डलमऊ क्षेत्र से नगर पंचायत प्रत्याशी रहे मनोज कुमार मिश्रा ने भाजपा जिला अध्यक्ष और जिला महामंत्री दिनेश त्रिपाठी के भ्रष्टाचार की शिकायत प्रदेश अध्यक्ष से की है। जिसमें चौकाने वाला तथ्य यह है की जिला अध्यक्ष ने जिस व्यक्ति को अल्पसंख्यक मोर्चे का जिला अध्यक्ष बनाया है। वह गोकशी जैसे मामलों में संलिप्त रहा और उसके खिलाफ डलमऊ कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज है।