प्रवासियों को रोजगार की मुख्यधारा से जोड़ने की कवायद शुरू

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प्रवासियों की प्रतीकत्मक फोटो
कौशाम्बी | कोरोना काल में जनपद पहुंचे प्रवासी कामगार युवको को रोजगार की मुख्यधारा से जोड़ने की कवायद शुरू हो गई है। जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र ने पहले चरण में 1 हज़ार कामगारों को स्वःरोजगार से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है। निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 416 कामगार प्रवासियों ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में अपना पंजीकरण कराया है। जिनके सात्क्षात्कार की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उपायुक्त उद्योग ने दावा है वह अथक प्रयास से जुलाई माह में प्रशिक्षण कार्य पूरा कर कामगारों को स्वरोजगार से जोड़ देंगे।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण काल में 40 हज़ार से अधिक प्रवासी कामगार लोग अपने घर वापस पहुंचे। ऐसे में उद्योग विहीन जिले में बेरोजगारी सुरसा की तरह मुँह फैलाकर गरीब परिवारों के सामने खड़ी हो गई। प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओ का लाभ देने के लिए जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र ने प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने की कवायद शुरू की है। स्थानीय स्तर पर आत्मनिर्भरता बने, लोग स्वरोजगार से जुड़ कर अपने और अपने आसपास के लोगो कामगार बने। विभाग ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से पहले चरण में 1 हज़ार लोगो को रोजगार की मुख्य धारा से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। जिसको जमीन पर उतरने की तैयारी में विभाग जुटा है।
उपायुक्त उद्योग दिनेश चंद्र शास्त्री ने बताया, जनपद में प्रवासी कामगार हुनरमंद लोगो को स्वरोजगार से जोड़ना प्रदेश व् उनकी प्राथमिकता है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना मे उन्होंने एक हज़ार कामगारों को रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य शासन को भेजा था। जिसकी हरी झंडी उन्हें मिल चुकी है। अब तक योजना में 416 प्रवासियों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। जिनका सात्क्षात्कार की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संक्रमण की सावधानियों के चलते 20-20 लोगो का ग्रुप बनाकर सात्क्षात्कार किया जा रहा है। उम्मीद है कि वह जुलाई के पहले सप्ताह में चयनित कामगारों को प्रशिक्षण की प्रक्रिया शुरू कर देंगे।
क्या है योजना का ख़ास आकर्षण ?
— विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत चयनित कामगार प्रवासियों को निःशुल्क 10 दिनों का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
— प्रशिक्षण के उपरांत प्रति प्रशिक्षित कामगार को 2 हज़ारो रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
— प्रशिक्षित कामगार को निःशुल्क ट्रेड उपकरण प्रदान किये जायेगे।
— मुद्रा लोन, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम लाभ, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना लाभ जैसी योजनाओ में लोन दिए जायेगे।
कौन हो सकता है लाभान्वित ?
– ऐसे प्रवासी युवा या कामगार जो नाई, बढ़ई, लौह कर्मकार, हलवाई, राज-मिस्त्री, सोनार, कुम्हकार, दर्जी, टोकरी बुनकर, मोची आदि कामगार योजना का सीधे लाभ पा सकते है।
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