रिपोर्ट – हरिश्चंद्र राजपूत
हमीरपुर । लॉकडाउन के कारण बंद हुए स्कूल तो प्राइवेट स्कूलों के अध्यापक हो गए परेशान, उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन देते हुए अपनी समस्याओं को दूर करने की लगाई गुहार।
आज जनपद हमीरपुर के राठ में दर्जनों प्राइवेट स्कूल के अध्यापकों ने तहसील प्रांगण में पहुंचकर नायब तहसीलदार के द्वारा उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए मुख्यमंत्री से मांग की, जबसे लॉकडाउन लगा है स्कूल बंद हो गए हैं प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यापकों पर भुखमरी की समस्या मंडरा रही है, ना तो स्कूल संचालित हो पा रहे हैं और ऑनलाइन क्लासेज के लिए भी हर माता-पिता सक्षम नहीं है, जिससे उनके पास फीस भी नहीं आ रही है, अगर ऐसा ही चलता रहा तो प्राइवेट स्कूल बंद होने की वजह से प्राइवेट स्कूलों के टीचर भुखमरी की कगार पर पहुंच गए, हालात और भी बदतर हो जाएंगे, मुख्यमंत्री से मांग करते हुए उन्होंने जिस प्रकार सबको लाभ दिया जा रहा है, और सब की समस्या सॉल्व हो रही है वैसे ही प्राइवेट स्कूल के अध्यापकों के लिए भी सुविधाएं व पैसा देने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि अगर इस पर जल्दी ही कोई एक्शन नहीं लिया गया तो प्राइवेट स्कूलों का भविष्य अधर में है और वह नष्ट हो जाएगा जो बच्चों के भविष्य के साथ साथ कई परिवारों को भी ले डूबेगा।
अध्यापकों ने कुछ गाइड लाइन तैयार कर स्कूल खोलने की भी अनुमति मांगी जो अभी तक सरकार द्वारा नहीं मिली,आपको बता दें कोरोना महामारी की वजह से लगातार केस बढ़ते ही जा रहे हैं, जिससे सरकार पूरी सतर्कता बरत रही है और हर वह स्थान जहां पर लोग इकट्ठा हो रहे हैं, या फिर हर वह जगह जहां पर रस होने का खतरा है, उन पर अंकुश लगाया गया है, लेकिन प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने इस इस अध्यादेश को मानक बदलकर संचालित करने की गुहार लगाई है।