रिपोर्ट – मातादीन प्रजापति
इचौली(हमीरपुर) बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के लिए अधिग्रहण की गई जमीन से किसान अपने को ठगा सा महसूस कर रहे है ।किसानों का आरोप है कि सरकार बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगो को सर्किल रेट से कम मुवावजा देने का आरोप लगाया है ।
मौदहा क्षेत्र के इचौली गुसियारी के मध्य से होकर गुजर रहा है इस जगह जहां मटौंध कपसा मौदहा मार्ग होकर जाता है ।लेकिन सरकारी रिकार्ड में यह सड़क दर्ज नही है । गुसियारी के किसान जमीरउद्दीन, हिलालुद्दीन, मेराजुद्दीन व इचौली के किसान योगेंद्र कुमार,राजेश कुमार, शैलेन्द्र कुमार, ओमप्रकाश, आदि किसानों का कहना है कि हमको बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के लिए भूमि अधिग्रहण की नोटिस जारी कर दी गई और हमारी आपत्ति को निस्तारण किये बगैर हमारी जमीन अधिग्रहण कर ली गई है ।और उसमें हमे सर्किल रेट से कम का मुवावजा दिया जा रहा है हमारी जमीन मटौंध कपसा मौदहा रोड से लगी हुई है चूंकि सड़क की चौड़ाई सात मीटर है अतः मूल्यांकन सूची के अनुसार हमे सामान्य भूमि की दर से पचास प्रतिशत अधिक मुआवजा मिलना चाहिए ।सरकारी अभिलेखों में सड़क नही दिखा कर मुवावजा कम दिया जा रहा है।इस लिए गुरुवार को किसानों ने काम बन्द करा दिया था जिस पर आज सुबह इचौली लेखपाल कैलाश साहू ने किसानों को फोन कर बताया कि किसानों से बात करने हमीरपुर ए डी एम व तहसीलदार मौदहा रामानुज शुक्ला किसानों से बात करने गुसियारी गाँव लगभग तीन बजे आएंगे आएंगे।अधिकारियों का इंतजार कर रहे किसानों ने चार बजे तहसीलदार मौदहा को फोन किया तो उन्होंने बताया कि ए डी एम साहब नही एस डी एम साहब व हम आएंगे ।
शाम 6 बजे उपजिलाधिकारी राजेश कुमार चौरसिया व तहसीलदार रामानुज शुक्ला किसानों से बात करने खाली हाथ चले आये और एस डी एम मौदहा ने किसानों से कहा कि आपकी जमीन अधिग्रहण कर ली गई है और एक दो दिन में जमीन अधिग्रहण के अभिलेख आपको मिल जाएंगे और जब तक आपको अभिलेख नही देते है तब तक काम नही करेंगे ।और आपके सर्किल रेट की आपत्ति को कोर्ट द्वारा ही निस्तारण होगा।