भगवान तो सिर्फ प्रेम के वशीभूत – बालशुक सर्वेशमणि

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रिपोर्ट- अवनीश कुमार मिश्रा
फोटो: 03 कथा वाचन करते कथा व्यास
04 व्यासपीठ से आर्शीवाद लेती विधायक आराधना मिश्रा मोना
लालगंज, प्रतापगढ़: रामपुरबावली के समीप पूरे चोपसिंह गांव में हो रही भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में छठवें दिन रविवार को श्रद्वालु कंस वध तथा रूक्मिणी विवाह का प्रसंग सुन भाव-विभोर हो उठे। कथा व्यास पं0 बाल शुक सर्वैशमणि शाॅडिल्य ने कहा कि भगवान प्रेम के वसीभूत हुआ करते है। रूक्मिणी का भाई राजा रूक्म उसका विवाह कृष्ण के साथ न कर शिशुपाल के साथ करना चाहता था। जबकि रूक्मिणी मन के श्रद्वाभाव से पति के रूप में भगवान कृष्ण का पवित्र वरण कर चुकी थी। कथा व्यास ने बताया कि जब भगवान कृष्ण को रूक्मिणी के मन में संजोये हुये श्रद्वा के पवित्र भाव का पता चला तो भगवान कृष्ण ने श्रद्वा के भाव को स्वीकर कर रूक्मिणी को परिणय सूत्र में बंधने का भी पुण्य लाभ दिया। वही सर्वेशमणि जी महाराज ने बताया कि कंस का वध भगवान ने धरती से अत्याचार तथा अनाचार को सदा सर्वदा के लिए विनाश के लिए किया। कंस ने पाप तथा अत्याचार से जब धरती पर अधर्म का बोझ बढ़ा दिया तो भगवान ने धर्म की रक्षा के लिए उसके आततायी स्वरूप का विघ्वंस किया। कथा के दौरान श्री कृष्ण संर्कीतन में भी श्रद्वालु रमे दिखे। कथा के संयोजक व्यापार मंडल रामपुर के अध्यक्ष राज बहादुर सिंह राजू व राजपति सिंह ने व्यास पीठ का अभिषेक किया। क्षेत्रीय विधायक एवं कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता आराधना मिश्रा मोना ने भी कथा श्रवण कर व्यास पीठ का सारस्वत सम्मान किया। इस मौके पर डाॅ0 चन्द्रेश सिंह, माता शुक्ला, रवीन्द्र मिश्रा, हरिकेश बहादुर सिंह, भुनेश्वर शुक्ला, दानपाल द्विवेदी, अवधेश नारायण पाण्डेय, रोहित सिंह, ददन मिश्र, दयाशंकर पाण्डेय, ओम प्रकाश मौर्य, दिनेश पाण्डेय, राजेश गुप्ता, अजय प्रताप सिंह, कमल सिंह, विजय पाल सिंह आदि रहे।

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