नानाजी को याद कर उमा भारती का गला रुंधा

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चित्रकूट। उद्यमिता विद्यापीठ के विवेकानंद सभागार में नाना जी को याद करते करते पूर्व केंद्रीय मंत्री उमाभारती की आँखे भर आईं। उन्होंने अपने और नाना जी के अजीब सम्बन्धो की चर्चा करते हुए कहा कि मैं उनकी पुत्री और माँ दोनो थी। मैं उनके स्वर्गवास होने पर इसलिए नही आई क्योकि मेरा मानना है कि वो आज भी यही है और मुझे मिलेंगे।

भारतरत्न राष्ट्रऋषि नाना जी देशमुख की पुण्यतिथि के अवसर पर श्रध्दांजलि कार्यक्रम का शुभारंभ उद्यमिता विधा पीठ के विवेकानंद सभागार के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती व मलुकपीठाधीश्वर राजेंद्रदास जी ने किया। सर्वप्रथम सभी लोगो ने नाना जी के चित्र पर पुष्पार्चन किया गया। इस दौरान नाना जी के बनाये प्रकल्पों से आये कार्यकर्ता ने विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया।

इस मौके पर सह कार्यवाहक आरएसएस सुरेश सोनी, मा. मदनदास जी, संरक्षक दीनदयाल शोध संस्थान अध्यक्ष, दीनदयाल शोध संस्थान-श्री वीरेन्द्रजीत सिंह जी,प्रधान सचिव दीनदयाल शोध संस्थान-श्री अतुल जैन जी ,मा० प्रभात झा जी,श्री महेन्द्र सिंह सोलंकी डॉ०एस०के०शर्मा पूर्व कुलपति पालमपुर,श्री प्रबीर कृष्णा, एम.डी. ट्राईफेड डॉ० चटजी, निदेशक पॉल्ट्री रिसर्च हैदराबाद RJ सनिक अधिकारी, कमिश्नर बौदा-श्री गौरव दयाल जी, जिलाधिकारी चित्रकूट -श्री शेषमणि पाण्डेय जी- नेगी विश्वविद्यालय हात्मागांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट-प्रो० एन०सी० गौतम ०के० एस०,विश्वविद्यालय सतना-श्री अनन्त कुमार सोनी जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर-डा० राजपूत रनबहादुर सिंह पूर्वांचल, विश्वविद्यालय, जौनपुर -डॉ० सुधीर कुमार उपाध्याय, कृषि एवं प्राद्योगिकी विश्वविद्यालय, बाँदा-डॉ० यू०एस० गौतम, हरीसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सागर-प्रोक्लॉ० राघवेन्द्र प्रसाद श्री अभिमन्यु सिंह, संगठन सचिव अभय महाजन,उपाध्यक्ष डॉक्टर भरत पाठक, गंगा सफाई अभियान की ब्रांड एम्बेसडर नंदिता पाठक आदि उपस्थित थे।

संदीप रिछारिया

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