इचौली(हमीरपुर)
मौदहा विकासखंड के ग्राम इचौली में 26वें शतचंडी महायज्ञ में पांचवे दिन श्री कृष्ण बाल लीलाओं का वर्णन किया गया। जानकारी देते हुए कमेटी के सदस्य पूर्व सैनिक कैप्टन श्यामबाबू गुप्ता (गोवा) ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी श्रीमद् भागवत प्रगट उत्सव बड़ी श्रद्धा धूम धाम से मनाया जा रहा है। भागवत भूषण पंडित जी ने कल की कथा में श्री कृष्ण जन्म बाल लीलाओं का वर्णन किया।
भागवत कथा में पण्डित राजकुमार बाजपेयी जी ने करते कहा कि कृष्ण हिन्दू धर्म में विष्णु के अवतार हैं। सनातन धर्म के अनुसार भगवान विष्णु सर्वपापहारी पवित्र और समस्त मनुष्यों को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख देवता हैं। जब-जब इस पृथ्वी पर असुर एवं राक्षसों के पापों का आतंक व्याप्त होता है तब-तब भगवान विष्णु किसी किसी रूप में अवतरित होकर पृथ्वी के भार को कम करते हैं। वैसे तो भगवान विष्णु ने अभी तक तेईस अवतारों को धारण किया। इन अवतारों में उनके सबसे महत्वपूर्ण अवतार श्रीराम और श्रीकृष्ण के ही माने जाते हैं। श्री कृष्ण का जन्म क्षत्रिय कुल में राजा यदु कुल के वंश में हुआ था। भागवत भूषण ने कृष्ण जी के जीवन गाथा का विस्तार पूर्वक विवरण कर संगतों को कृष्ण जी के जीवन लीला के बारे में बताया गया। इस मौके पर रामपाल साहू प्रधान नायाकपुरवा, आलोक यादव प्रधान इचौली, रामविशाल लेखपाल,गयाप्रसाद लेखपाल,अमन सिंह,हर्षराज सिंह,चून्नू सिंह,जागेश्वर सिंह,आदि श्रद्धालुओं ने भागवत कथा का आनंद लिया।