महाराजाधिराज मत्तगयेन्द्रनाथ के साथ ही अन्य शिव मंदिरों में होगा ‘बोल बमʼ

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महाशिवरात्रि 2021

मंदाकिनी नदी के घाट पर ब्रहमेश्वर, रामेश्वर महादेव, नौ मठा के प्राचीन महादेव

धर्मक्षेत्र। चित्रकूट विचित्रताओं की भूमि है। वैसे तो यहां पर दिन भर लोग राम राम का जाप केवल इसलिए करते हैं कि उनको भी बाबा तुलसी की तरह राम मिल जाएं, पर यह अधूरा सत्य है। महाशिवरात्रि के एक सप्ताह पूर्व से ही रामघाट का समूचा वातावरण ओम नमः शिवाय के जप में लगा हुआ है। वैसे यह यहां पर कोई नई बात नहीं हैं क्योंकि ऐसा नजारा तो यहां पर प्रतिदिन सुबह व शाम को दिखाई देता है। आज हम आपको एक विचित्र बात और बताते हैं। रामघाट पर ब्रहमपुरी में जहां चित्रकूट के क्षेत्रपाल महाराजाधिराज मत्तगयेन्द्र नाथ महराज अपने चार विग्रहों के साथ मौजूद हैं, वहीं उनके साथ नीचे घाट पर तीन और पौराणिक विग्रह सदियों ने अपनी आभा बिखेर रहे हैं। इन तीन विग्रहों की बात करें तो एक स्वयं ब्रहमा द्वारा स्थापित ब्रहमेश्वर तो दूसरे श्रीराम द्वारा स्थापित रामेश्वर तो तीसरे आदि काल के ऋषियों द्वारा नौमठा में स्थापित प्राचीन प्रतिमा है।

वैसे तो एक जलहरी पर चार-चार शिवलिंग वाले विलक्षण चित्रकूट के महाराजाधिराज मत्तगयेन्द्र नाथ सरकार का विवाहोत्सव यूं तो आदिकाल से आयोजित किया जाता रहा है। कोरोना काल के बाद आयोजित होने वाले इस विशेष महामहोत्सव को खास बनाने का काम महाराजा मत्तगयेन्द्रनाथ व पर्णकुटी ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रदीप तिवारी कर रहे हैं। तिवारी ने बताया कि साल भी महराजा की बारात पूरी सजधज के साथ निकाली जाएगी। इसमें जबलपुर के बैंड व शहनाई अपनी सुंदर ध्वनिलहरियां बिखरेंगे।

महाराजा मत्तगयेन्द्रनाथ व पर्णकुटी ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रदीप तिवारी

उन्होंने बताया कि 10 तारीख से मंदिर को फूलों से सजाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

महाराजाधिराज का विशेष श्रंगार किया जाएगा। सुबह 11 बजे से भंडारा व सभी अखाड़ों के महंतों को परिक्षेत्र के प्रमुख संतों का सम्मान समारोह का आयोजन होगा। इस दौरान अयोध्या के दिगंबर अखाड़े के महन्त अवध बिहारी दास, गोर्वधन मंदिर के महंत मनमोहन दास जी महराज व मंदिर के अन्य सदस्य मौजूद रहेंगे। दोपहर दो बजे मंदिर के नीचे घाट से महराजा की बारात उठेगी और निर्मोही अखाड़ा, जयपुरिया तिराहा, पुराना बस स्टैंड, चैगलिया, उतारा बाजार होते हुए वापस मंदिर के नीचे समाप्त होगी। इस शिव बारात में चित्रकूट क्षेत्र के सभी लोगों को आमंत्रित किया गया है। सभी लोग सपरिवार इसमें भाग लेें और अपने जीवन को आनंदमय बनाएं।

राघव प्रयाग घाट पर विराजे ब्रहमेश्वर महादेव

उधर, राघव प्रयाग घाट पर विराजे ब्रहमेश्र महादेव के पुजारी उत्तम तिवारी महाराज बताते हैं कि इस बार मंदिर में बाबा का दिव्य श्रंगार किया जाएगा। चार पहर की आरती के साथ ही भस्म आरती होगी। दिन रात भजन कीर्तन का आनंद लिया जाएगा। इस कार्यक्रम के विशेष आयोजक दिनेश केसरवानी, मोनू गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, अजय गुंप्ता, कल्लू गुप्ता आदि हैं।

इसके अलावा तुलसी चबूतरे पर विराजमान रामेश्वर महादेव की तो अलग महिमा है। हर बार की तरह इस बार भी यहां पर विशेष अभिषेक करने की बात की जा रही है। इस बार चांदी का मुकुट चढ़़ाने की तैयारी छोटू तिवारी आदि लोग कर रहे हैं।

तुलसी चबूतरे पर विराजे रामेश्वर महादेव

नयागांव के नौमठा स्थित तांत्रिक स्थल पंचमुखी महादेव की प्रतिमा वैसे तो सदियों पुरानी है, यहां पर शिवरात्रि पर विशेष आयोजन किया जाता है। श्रीराम चरित मानस के पाठ के साथ रूद्राभिषेक किया जाएगा। इसके अलावा भजन कीर्तन व जागरण होता है।

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