रिपोर्ट- महेन्द्र कुमार गौतम
जालौन। यूपी के बुन्देलखण्ड में इज्जत के नाम पर खून बहना कोई नई बात नहीं है। ऑनर किलिंग के नाम पर निर्दोष युवक-युवतियों की हत्या यहां रवायत बन चुकी है। बेशक दो दिलों ने यहां मोहब्बत के फूल खिलाए, लेकिन नफरत के गुलशन में इन्हें पनपने का मौका नहीं मिल सका। हालांकि पुलिस समाज के इन तथाकथित ठेकेदारों पर शिकंजा कसती है। लेकिन लगता है इन्हें प्यार जैसे शब्द से नफरत हो गई है। इज्जत की खातिरअपनी बेटी के प्रेमी का खून बहाने वाले परिजनो को अदालत भले ही फांसी की सजा सुना दे। ये तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन यूपी का इतिहास गवाह है कि यहां प्यार करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। आए दिन झूठी शान की खातिर निर्दोष युवक-युवतियों की हत्या के मामले सामने आते रहते हैं।
जालौन में आज एक सनसनीखेज ऑनर किलिंग की घटना सामने आई है। जिसमे महिला सिपाही के पति की सिपाही के परिजनों ने धारदार हथियार से नृशंस हत्या कर दी। वही मौके पर पहुँची पुलिस ने आरोपी पिता व पुत्र को मौके से गिरफ्तार कर लिया। जबकि घटना के कुछ घंटे बाद आरोपी मामा भी गिरफ्तार कर लिया गया। वही घटना की सूचना पर फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुँचे पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह मामले की जांच में जुटे रहे।
मामला उरई कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला शिवपुरी का है। जहाँ पर अभियोजन कार्यालय उरई में तैनात महिला सिपाही अपने पति के साथ काफी समय से रह रही थी। महिला सिपाही ने अपने घरवालों की मर्जी के खिलाफ शादी की थी। जिससे महिला सिपाही के परिजन काफी नाराज थे और आज उसके घर पर उसके पिता,भाई व मामा आये और सिपाही के पति से किसी बात को लेकर विवाद हुआ और उन्होंने महिला सिपाही के पति की धारदार हथियार से हत्या कर दी।वही हत्या की सूचना पर मौके पर पहुँची उरई कोतवाली पुलिस ने मौके से आरोपी पिता,पुत्र औरमामा को गिरफ्तार कर लिया। हत्या की सूचना पर फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पुलिस अधीक्षक डॉयशवीर सिंह भी पहुँचे और उन्होंने पूरी घटना का बारीकी से निरीक्षण किया।
वही इस घटना के बारे में पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीरसिंह ने बताया कि महिला सिपाही जो अभियोजन कार्यालय में तैनात थी। उसके पति की हत्या महिला के परिजनों द्वारा की गई है। जिसमे पुलिस ने महिला सिपाही के पिता व भाई को हिरासत में लिया गया है जिनसे पूंछताछ की जा रही है और पूरे घटना में कानूनी कार्यवाही की जा रही है।