मालगाड़ियों की गति बढ़ाने के लिए रेल विद्युतीकरण पर बल

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राकेश कुमार अग्रवाल

झांसी। उत्तर मध्य रेलवे निर्बाध और कुशल ट्रेन संचालन के लिए मिसिंग लिंक के विद्युतीकरण पर फोकस करेगा।

उत्तर मध्य रेलवे ने जुलाई माह में 45 किलोमीटर प्रति घण्टे से अधिक की औसत गति प्राप्त की है और चालू वित्त वर्ष में जुलाई तक 42 किमी प्रति घंटे की गति हासिल की है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 70% का समग्र सुधार है।

माल लदान में उत्तर मध्य रेलवे ने अब तक 38.2 लाख टन माल का लदान किया है और 437.55 करोड़ रुपये की माल लदान आय अर्जित की है। माल लदान में वृद्धि के लिए बिजनेस डेवलप्मेंट यूनिटों का गठन और गुड्स शेडों में सुधार की पहल भी की हैं।

उत्तर मध्य रेलवे अब मालगड़ियों की 50 किलोमीटर प्रति घण्टे की औसत गति को निरंतर बनाये रखने के अभियान पर काम कर रहा है। पहले से ही किए गए उपायों के अलावा, उत्तर मध्य रेलवे ने माल गाड़ियों की गति में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण विद्युतीकरण परियोजनाओं और अन्य बुनियादी ढांचे के कामों की पहचान की है। ट्रेन परिचालन में दक्षता लाने के लिए चिन्हित मिसिंग लिंक के विद्युतीकरण के अंतर्गत उत्तर मध्य रेलवे पर भांडई और इटावा के बीच 126.66 किलोमीटर, बिड़ला नगर से इटावा के बीच 115.51 किलोमीटर, महोबा से उदयपुरा (वाया खजुराहो) के बीच 386 किलोमीटर और शिकोहाबाद और फर्रुखाबाद के बीच 106.29 किलोमीटर खंड का विद्युतीकरण शामिल हैं।

पड़ोसी क्षेत्रीय रेलों में महत्वपूर्ण विद्युतीकरण कार्यों के अंतर्गत उत्तर पश्चिम रेलवे में जयपुर से बांदीकुई, पश्चिम मध्य रेलवे पर गुना से ग्वालियर, उत्तर रेलवे में उन्नाव से डालमऊ और उन्नाव से बालमऊ और पूर्वोत्तर रेलवे पर औंड़िहार से भटनी तक के कार्य सम्मिलित हैं। इन महत्वपूर्ण विद्युतीकरण कार्यों के पूरा होने के साथ ही यात्री और मालगाड़ियां पूरी तरह से विद्युत ट्रैक्शन पर चलेंगी, जिससे लोकोमोटिव और क्रू के विद्युत से डीजल और डीजल से विद्युत के परिवर्तन किए बिना अपने संपूर्ण मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन से परिचालित हो सकेंगी। यह उत्तर मध्य और आसपास के रेलवे पर माल गाड़ियों की औसत गति और कोचिंग ट्रेनों की समयपालनता में सुधार करने में बहुत सहायक होगा।

विद्युतीकरण के अलावा, उत्तर मध्य रेलवे ने महत्वपूर्ण साइडिंगों को निकटस्थ सेवित रेलवे स्टेशनों के साथ जोड़्ने के ट्रैक कनेक्टिविटी कार्यों की पहचान के तहत प्रयागराज पावर जनरेशन साइडिंग बारा, ललितपुर पावर जनरेशन कंपनी, ललितपुर और एनटीपीसी, मेजा जैसी साइडिंगों को चिन्हित किया गया है। इन साइडिंगों की कनेक्टिविटीके बैलेंस कार्य के पूरा होने से रेक हैंडलिंग और मालगाड़ियों की तीव्र निकासी में सुधार होगा। स्वीकृत और नियोजित रेल फ्लाईओवर कार्यों को भी लक्षित किया गया है । इनके पूरा करने से प्रमुख जंक्शन स्टेशनों पर कंजेशन और प्रयागराज, प्रयागराज छिवकी, कानपुर, गोविंदपुरी, अलीगढ़, झांसी, ग्वालियर, मथुरा, आगरा कैंट में मौजूदा सरफेस क्रॉसिंग को कम करने का कार्य करेंगे। इससे ट्रेनों की तेजी से निकासी और परिचालन को सुचारु बनाने में सहायता मिलेगी।

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