रायबरेली। रायबरेली जिले की मिल एरिया पुलिस गरीबों, जरूरतमंदों एवं लॉकडाउन प्रभावितों के लिए मसीहा बन गयी है। विदित हो कि देश में लागू 21 दिनों के लॉकडाउन से दिहाड़ी मजदूरों एवं ठेले खुमचों वालों की हालत बहुत ही दयनीय हो गई है। लॉकडाउन की अवधि में घरों से बाहर न निकलने के कारण दिहाड़ी मजदूरों के भोजन के लाले पड़े हैं।
कोरोना महामारी ने देश में ऐसे हालात खड़े कर दिए हैं कि कोई किसी के घर जाकर रुपये एवं आवश्यक खाद्य सामग्री नहीं मांग सकता। ऐसे में जिले की मिल एरिया पुलिस गरीबों, जरूरतमंदों एवं लॉकडाउन प्रभावितों के लिए मसीहा बन गई है। जो गांव- गांव जरूरतमंदों का पता लगाकर लोगों भोजन से लेकर राशन एवं आवश्यक वस्तुएं घर-घर पहुंचा रही हैं। लॉकडाउन के पहले दिन से ही मिल एरिया पुलिस लोगों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के प्रति पूरी तरह सजग है।
बृहस्पतिवार को जहां मिल एरिया थानाध्यक्ष राकेश सिंह के नेतृत्व में मिल एरिया पुलिस टीम ने जहां अमावा और डिघिया गांव में 300 से अधिक गरीबों,वृद्धों,असहायों एवं जरूरतमंदों को भोजन कराकर मानवता की सच्ची मिसाल पेश की। वहीं शुक्रवार को मिलएरिया थानाध्यक्ष राकेश सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने राही ब्लॉक में गरीबों वृद्धों एवं जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री एवं आवश्यक वस्तुएं बाटी। राकेश सिंह ने सभी से अपील करते हुए कहा कि ईमानदारी के साथ लॉकडाउन का पालन करें। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर बिल्कुल न निकले। आपस में सामाजिक दूरी बनाकर रखें। शासन प्रशासन आप सभी के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सजग है।
श्री सिंह ने संकल्प लेते हुए कहा कि उनके रहते क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति अथवा परिवार भूखा नहीं रहेगा। श्री सिंह ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए आप सभी का सहयोग आपेक्षित है। सभी के सहयोग के बिना इतनी आसानी से कोरोना से जंग जीत पाना संभव नहीं है।मिल एरिया पुलिस की सराहनीय पहल को लेकर कोई पुलिस को फरिश्ता कह रहा तो कोई दे रहा भगवान की उपाधि। पुलिस को फरिश्ता भी क्यों ना माने कई ऐसे भी घर थे जो राशन के अभाव में ठंडे हो चुके थे। लोग उपवास करने लगे थे। थानाध्यक्ष राकेश सिंह को जैसे ही जानकारी मिली एक पल गवायें बगैर उनके घर राहत सामग्री पहुंचाने के साथ ही उन्हें आश्वस्त किया कि मिल एरिया पुलिस हर कदम पर आपके साथ हैं। किसी प्रकार भी समस्या होने पर 24 घंटे सीयूजी नंबर पर बात कर सकते हैं।