मुम्बई की संस्था हेल्पिंग हैंड चैरिटेबल ट्रस्ट मिर्जापुर में बनी गरीबों की मददगार

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वाराणसी के युवा बन रहे ज़रूरतमंदों के मसीहा

मुम्बई/वाराणसी/मिर्ज़ापुर: अहरौरा (12/07/2021) मुम्बई की इस संस्था ने कोरोना वायरस के खौफ के बीच उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर ज़िले के अहरौरा क्षेत्र में जनसेवा की ओर कदम बढ़ाए। संकट काल में गरीब ज़रूरतमंद चिंतित थे लेकिन मुम्बई की संस्था ने इनकी चिंता दूर कर दी। लॉकडाउन के बाद भी रोजी रोटी का संकट झेल रहे यहाँ के खदान और दिहाड़ी मज़दूरों के लिए ग़ैर सरकारी संस्था ‘’हेल्पिंग हैंड चैरिटेबल ट्रस्ट’’ ने ग्रामीण क्षेत्र का रुख करते हुए सोमवार को यहाँ के सैकड़ों ज़रूरतमंद गरीबों को राशन किट देकर बनी मददगार।

कोरोना संकट के दौर में गरीब परिवारों तक राशन पहुंचाया

500 से अधिक जरूरतमंद परिवारों को राशन दिया

लॉकडाउन और कर्फ्यू के दौरान जब गरीब, मज़दूर अपने घरों में क़ैद थे और यहाँ-वहाँ फंसे हुए थे ऐसे में रोजी रोटी से वंचित हो चुके खदान और दिहाड़ीदार मजदूरों के परिवारों को राहत पहुंचाने में आशा ट्रस्ट के सहयोग से खदान मज़दूर यूनियन ने महत्वपूर्ण योगदान किया। संस्था ने अब तक करीब 500 से अधिक जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया। संस्था ने साबुन, मास्क, सैनिटाइजर, नैपकिन बांटे और उनके बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए चॉकलेट, बिस्किट भी दी।

काशी के इन युवा स्वयंसेवियों ने पहुंचाया राशन

खदान और दिहाड़ीदार लोगों को राशन पहुंचाने में आशा ट्रस्ट से जुड़े वाराणसी के युवा महेंद्र राठौर, मनोज कुमार राठौर, उर्मिला विश्वकर्मा, राज कुमार गुप्ता, संतोष प्रधान, अनीता देवी आदि ने अहम योगदान दिया। आशा ट्रस्ट के वल्लभाचार्य पांडेय ने बताया की संस्था गरीबों के उत्थान के लिए प्रयासरत है। संस्था बीते कई वर्षों से सामाजिक उत्थान के कार्यों में लगी हुई है। जिन मजदूरों के पास दो जून की रोटी नहीं है, ऐसे मज़दूरों के परिवारों के सहायता प्रदान किया जा रहा है।

  • राजकुमार गुप्ता
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