जमीन खरीदने के प्रकरण को बताया जा रहा है ठेका दिलाने का मामला
रायबरेली। राही विकास खंड के ब्लाक प्रमुख पद का चुनाव आते हैं ओछी राजनीति शुरू हो गई है। एक प्रत्याशी ने सपा के घोषित प्रत्याशी के पति को बदनाम करने के लिए साथियों की सांठगांठ से झूठा और मनगढ़ंत प्रार्थना पत्र अधिकारियों को दिलवाया है। जमीन खरीदने के लिए आरटीजीएस से दिए गए दो लाख को 20 लाख रुपए बताकर मौजूदा सपा प्रत्याशी के पति को ब्लैकमेल करने की कोशिश की जा रही है। सपा प्रत्याशी ने मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
राही ब्लाक प्रमुख पद की उम्मीदवार सरोज यादव ने मुख्यमंत्री व अफसरों को पत्र भेजकर बताया कि मिलएरिया थाना क्षेत्र के जवाहर विहार कालोनी निवासी संदीप कुमार त्रिवेदी मेरे पति अरुण यादव उर्फ पप्पू से जमीन खरीदने के लिए घर आए थे। मेरे पति ने उनको एक प्लाट दिखाया। संदीप ने बतौर पेशगी आरटीजीएस से दो लाख रुपए मेरे पति के खाते में दिए। बाकी पैसा विक्रय अनुमति मिलने और बैनामे के समय देने की बात तय हुई। संदीप को लेकर आने वाले डलमऊ कोतवाली क्षेत्र सलेमपुर निवासी वीरेंद्र यादव उसके बाद मेरे पति से जमीन बिकवाने का कमीशन मांगने लगे। मेरे पति ने कहा कि बैनामा होने के बाद ही कमीशन मिलता है। इससे नाराज होकर वीरेंद्र संदीप कुमार त्रिवेदी को लेकर चले गए और बैनामा कराने से मना कर दिया। संदीप इसके बाद मेरे पति से पांच लाख रुपए मांगने लगे। मेरे पति ने दो लाख के बदले पांच लाख देने पर आपत्ति जताई तो संदीप ने मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। तब से यह लोग धमकाकर लगातार कभी पांच कभी दस लाख रुपयों की मांग कर रहे हैं। इनका एक गिरोह है जो इसी तरह उत्पीड़न करके वसूली करता है। सरोज यादव ने बताया कि इसके बाद संदीप मेरे विरोधी प्रत्याशी से मिल गए और झूठे आरोप लगाने लगे। यह केवल मेरा चुनाव खराब करने का षडयंत्र है क्योंकि मैं निर्विरोध निर्वाचित हूं और विरोधी को चुनाव लड़ना पड़ा था। जो व्यक्ति दो लाख रुपए खाते में देता है वह 20 लाख ऐसे कैसे दे सकता है? कई बार उसने पुलिस में शिकायत की लेकिन बाकी 18 लाख का कोई प्रमाण नहीं दे पा रहा है। सरोज यादव ने पूरे मामले की जांच कराने और झूठा आरोप लगाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।