रांकी के श्री हनुमत वाचनालय में उपलब्ध साहित्य का लाभ लें ग्रामीण युवावर्ग – डॉ. शक्तिधर नाथ

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(स्वाध्याय केंद्र को और मिलीं संस्कृत व हिंदी साहित्य की 4 पुस्तकें व नोटबुक)

रिपोर्ट – अवनीश कुमार मिश्रा

सांगीपुर, प्रतापगढ़। जनपद के ब्लॉक सांगीपुर क्षेत्रांतर्गत गांव सभा रांकी में शिक्षाविद पंडित भवानी शंकर उपाध्याय के निर्देशन में कुछ महीनों पूर्व स्वाध्याय केंद्र के रूप में स्थापित “श्री हनुमत वाचनालय” में श्री कालिका सिंह इंटर कॉलेज मोहनगंज प्रतापगढ़ के प्राचार्य डॉक्टर शक्तिधर नाथ पांडेय ने संस्कृत की पुस्तक ‘आषाढ़स्य प्रथम दिवसे’ एवं हिंदी की तीन पुस्तकें ‘ऋषि दयानंद की हिंदी भाषा और साहित्य की देन’, ‘धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज’ एवं ‘सुसाइड नोट’ (डॉ दयाराम मौर्य ‘रत्न’ कृति) सहित एक नोटबुक सहर्ष भेंट किया।

डॉक्टर पांडेय ने वाचनालय में मौजूद पुस्तकों का विधिवत निरीक्षण करके कार्यालय पुस्तिका में अपने विचार उल्लिखित किए। उन्होंने केंद्र में उपलब्ध विविध साहित्य की अनेक पुस्तकों से संपन्न ग्रामीण क्षेत्र में वाचनालय की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि इस वाचनालय में उपलब्ध साहित्य का अध्ययन करके ग्रामीण युवावर्ग विशेष ज्ञान प्राप्त कर सकता है। उन्होंने युवाओं से अपील किया है कि वे इस बाचनालय में आकर पुस्तकों का अध्ययन करके ज्ञानार्जन करें।

इस अवसर पर पंडित भवानी शंकर उपाध्याय डॉक्टर शक्तिधर नाथ पांडेय के अलावा स्वतंत्र कवि मंडल सांगीपुर के अध्यक्ष अर्जुन सिंह व युवा रचनाकार अशोक ‘विमल’ उपस्थित रहे।

वरिष्ठ अधिवक्ता व साहित्यकार परशुराम उपाध्याय ‘सुमन’ ने डॉक्टर शक्तिधर नाथ पांडेय को ग्रामीण स्वाध्याय केंद्र में संस्कृत व हिंदी साहित्य की पुस्तकें भेंट करने के लिए हार्दिक बधाई दी है।

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