रिपोर्ट- हरिश्चंद्र राजपूत
हमीरपुर । निवासी कुँवरलाल अहिरवार ने रविवार सुबह खेत पर पहुंच जहरीला पदार्थ खा लिया।
जिसे परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राठ में भर्ती कराया, जहाँ अस्पताल में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था, एक कर्मचारी द्वारा उसे बोतल चढ़ा कर आगे उपचार से हाथ खड़े कर डॉक्टर के आने की बात कहकर तसल्ली दी गयी, करीब डेढ़ घंटे बाद जब किसान ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया तब स्टाफ कर्मचारी ने परिजनों को रेफर लेटर बना कर मेडिकल कालेज उरई ले जाने की बात कही। जिसके बाद भड़के लोगों का आक्रोश देख कर्मचारी भी मौके से भाग गया। दो घंटे बाद अधीक्षक डॉ आरके कटियार ने डाक्टरों के न होने की बात कहते हुए परिजनों को डपट दिया। अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों की ड्यूटी कोविड अस्पताल में लगाई गई है जिस वजह से डॉक्टर ही मौजूद नहीं है। आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही तथा डाक्टर न मिलने पर कोतवाली पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची भारी पुलिस ने जांच पड़ताल कर शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।