रेलवे गद्य लेखन पर प्रेमचंद्र पुरस्कार व पद्य लेखन पर मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार से नवाजेगा

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रेल कर्मचारियों की साहित्यिक अभिरुचि को प्रोत्साहित करने के लिए की गई नकद पुरस्कार की घोषणा

राकेश कुमार अग्रवाल

झांसी। रेल कर्मियों की साहित्यिक अभिरुचि को अब न केवल प्लेटफार्म मिलेगा बल्कि उन्हें नकद पुरस्कार से भी नवाजा जाएगा।

रेल मंत्रालय ने हिंदी में कहानी , उपन्यास , नाटक एवं अन्य गद्य साहित्य के लिए प्रेमचंद्र पुरस्कार और कविता , गीत , गजल संग्रह के लिए मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार योजनाएं लागू की हैं।

इन दोनों योजनाओं के अंतर्गत पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएँगे। पुरस्कारों में कथा, कहानी, उपन्यास नाटक एवं अन्य गद्य साहित्य हेतु प्रेमचंद्र पुरस्कार में प्रथम पुरस्कार पाने वाले को ₹20000, द्वितीय पुरस्कार पाने वाले को ₹10000 एवं तृतीय पुरस्कार पाने वाले को ₹7000 नकद दिया जाएगा।
इसी प्रकार मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार योजना के अंतर्गत काव्य/गजल संग्रह हेतु प्रथम पुरस्कार ₹20000, द्वितीय पुरस्कार ₹10000 एवं तृतीय पुरस्कार ₹7000 रहेगा।

इस साहित्यिक योजना में रेलअधिकारी व कर्मचारी दोनों के प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रविष्टियाँ 20 अगस्त तक जमा की जा सकती हैं।

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