लॉकडाउन: सूरत में फंसे दूसरे राज्यों के लोग जा सकते हैं अपने घर

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सूरत। लॉकडाउन के कारण सूरत में फंसे दूसरे राज्यों के लोग अब अपने गांव जा सकते हैं. नवसारी से सांसद सीआर पाटिल ने कहा कि गृहमंत्री की सूचना पर ही यह फैसला लिया गया है.

गुजरात के सूरत में फंसे लोग जा सकते हैं अपने-अपने गांवनवसारी से सांसद पाटिल के दफ्तर से किया गया है मैसेज

लॉकडाउन के बीच गुजरात के सूरत में फंसे लोगों के लिए एक राहत भरी खबर आई है. बता दें कि सूरत में लाखों की तादाद में दूसरे राज्यों के लोग रहते हैं. ऐसे में नवसारी से सांसद सीआर पाटिल के दफ्तर से एक मैसेज वायरल किया गया है कि जो लोग अपने-अपने गांव जाना चाहते हैं वे वाहन की व्यवस्था कर अपने-अपने गांव जा सकते हैं.

इस मैसेज के वायरल होने के बाद सांसद के दफ्तर में फॉर्म लेने के लिए लोगों की भीड़ जमा होने लगी और लोग फॉर्म लेकर जाने भी लगे. इस बारे में सांसद सीआर पाटिल ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह की सूचना पर ही यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि गृहमंत्री की अनुमति के बाद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की जानकारी में यह फैसला लिया गया है.

बता दें कि लॉकडाउन में फंसे सूरत के मजदूर पहले ही गांव जाने के लिए हंगामा कर चुके हैं. इससे पहले दो बार वे सड़कों पर भी उतर चुके हैं और बार-बार सरकार से गांव भेजने के लिए विनती भी कर चुके हैं.

सूरत में उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड, महाराष्ट्र और ओडिशा राज्य के लाखों लोग रहते हैं. लॉकडाउन के चलते इनके सामने रोजी-रोटी का प्रश्न खड़ा हो गया है, ऐसे में सांसद सीआर पाटिल की पहल से यह सरकारी फैसला इन लोगों के लिए काफी राहत भरा साबित होगा.

यही वजह है कि लोग इस फैसले की तारीफ कर रहे हैं. मजदूरों की उम्मीद जगी है कि वो अब अपने गांव जा पाएंगे. हालांकि, कोरोना और लॉकडाउन को लेकर अभी साफ नही हैं कि कब तक स्थिति सामान्य होगी. वहीं लॉकडाउन में फंसे सिर्फ सूरत के लोगों को ही घर जाने की छूट दी गई है.

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