अनुज पांडेय
इनपुट – सौरभ शुक्ला
रायबरेली। विश्व भर में कोरोना अपना कहर बरपा रहा है, भारत भी इससे अछूता नहीं है, ऐसे में बड़ी संख्या में गरीब लोगों के पास खाने को राशन नहीं , सरकार ने पूरी मशीनरी घर घर राशन व जरूरी सामान पहुंचाने के लिए लगा रखी है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश मे घोषित कोई गए 21 दिन के लाकडाउन में लोगों को परेशानियों का सामना भले ही करना पड़ रहा है मगर भारत मे कोरोना को सोशल डिस्टेंसिग से अब तक काबू में रखा गया है, ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो दिन रात दूसरों की मदद कर रहे हैं।
बहरीन में थे अनुज
इस भीषण संकट काल मे लोग एक दूसरे की मदद को हांथ बढ़ा रहे हैं । ऐसे में रायबरेली के एक छोटे से गांव के साधारण परिवार से निकलकर सात समंदर पार बहरीन तक अपने देश का नाम रोशन करने वाले अनुज पांडेय वर्तमान में बहरीन में भारत सरकार की तरफ से इंडियन कम्युनिटी को लीड कर रहे हैं । वर्ष 2011 से बहरीन में रहने के बाद भी अनुज का प्यार और अपनापन देश और क्षेत्र के लोगो के प्रति कम नही हुआ । अनुज किसी को भूंखे नहीं देख सकते । अनुज रायबरेली जनपद के डलमऊ तहसील क्षेत्र के टिकरिया गांव में रहते हैं । मगर लाकडाउन के बाद से अनुज ने प्रतिदिन 200 से अधिक लोगों के खाने की व्यवस्था को अपनी दिनचर्या बना लिया है, अनुज के इस कार्य मे उनके घर के लोग भी सहयोग कर रहे हैं।
पहले खुद हुए क्वारेन्टीन, फिर बढ़ाए मदद को हाँथ
अनुज की माने तो वह भारत सरकार की तरफ से बहरीन में कार्यरत हैं और बीती 10 मार्च को ही वह छुट्टी पर अपने घर आये थे । घर आने के बाद अनुज ने स्वयं ही खुद को 14 दिन के लिए घर पर आइसोलेट कर लिए और जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अनुज को स्वस्थ घोषित कर दिया तो और इसी दौरान लॉक डाउन की घोषणा हो गई । अनुज की माने तो जब हम किसी दूसरे देश मे रहे होते हैं और वहां की सरकार हमे सारी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए तत्पर हो और अपने देश आने पर राष्ट्र इस तरह की परिस्थिति से गुजर रहा हो तो एक भावना जागृत होती है । हमारे देश ने हमारे समाज ने हमे बहुत कुछ दिया जिसके कारण हम कुछ कर पाए तो अब ऐसी स्थिति में देश और समाज को कुछ वापस देने का समय है बस उसी कड़ी में राष्ट्र के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की कोशिश कर रहा हूँ ।