रिपोर्ट – सुरेश दत्त
रायबरेली – देश मे वैश्विक महामारी कोरोना अपना विकराल रूप दिखा रही है, कोविड वायरस के इस प्रकोप से अस्पतालों में मरीजों को जगह नहीं मिल रही है, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी रोज सरकार पर ट्वीट करके हमला बोल रही हैं तो कांग्रेस के गढ़ रायबरेली में भी विरोध होना लाजिमी है मगर रायबरेली के कांग्रेसी नेता विरोध प्रदर्शन के चक्कर मे कोरोना को दावत दी रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिग की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
डीएम आफिस के सामने जुटी भीड़
सोशल डिस्टेंसिग नियमों की धज्जियां उड़ाती यह तस्वीर जिलाधिकारी रायबरेली के कार्यालय के बाहर की है जहां कांग्रेस के नेता राज्यपाल को ज्ञापन देने पहुंचे थे, अधिकांश नेता तो कैमरा देखकर मास्क लगाते नजर आए मगर सोशल डिस्टेंसिग को भूल गए।
राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
कांग्रेस नेताओं ने जिलाधिकारी रायबरेली के माध्यम से उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन भेजते हुए कहा कि छात्रों के पाठ्यक्रम में बदलाव न किया जाए, अधिवक्ताओं की स्थिति देखते हुए उनको न्यूनतम मानदेय प्रदान किया जाए, कोरोना काल के दौरान विगत 4 महीने कि छात्रों का शुल्क माफ किया जाए और गैर शाषकीय विद्यालयों में शिक्षण कार्य करने वाले अध्यापकों को महमारी के इस दौर में कम से कम 8000 मानदेय दिया जाए व जिन किसानों को किसान सम्मान निधि व अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है उन की भी कुछ मासिक किश्त माफ की जाएं।