शिरोमणि रविदास जयन्ती पर बड़े धूमधाम के साथ निकाली गई भव्य शोभा यात्रा

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विकास खंड के कस्बा पनवाड़ी में संत शिरोमणि गुरु रविदास की 647 वीं जयंती पर गाजे बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकल गई। संत शिरोमणि रविदास की शोभा यात्रा का जुलूस रविदास मंदिर से प्रारंभ होकर तिवारीपुरा, मैन बाजार, पाठकपुरा, ब्लॉक, देवगनपुरा, अग्निहोत्रीपुरा, रहुनियांपुरा, राजगंज नई बस्ती होते हुए बस स्टैंड तिगैला राठ रोड पर पेट्रोल पंप से बापिस रविदास मंदिर में शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। संत शिरोमणि गुरु रविदास जातिवाद और आध्यात्मिकता के खिलाफ काम करने वाले संत थे। शिरोमणि रविदास का जन्म माघ पूर्णिमा को 1376 ईस्वी को उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के पास सीर गोबर्धनपुर गांव में हुआ था। उनका जन्म रविवार के दिन हुआ था, मानना हैं कि इसी वजह से इनका नाम रविदास रखा गया। इनकी माता का नाम कर्मा देवी (कलसा) तथा पिता का नाम संतोख दास (रग्घु) था। उनके दादा का नाम कालूराम जबकि दादी का नाम लखपती था। इनकी पत्नी लोनाजी से एक पुत्र का जन्म हुआ, जिसका नाम विजय दास था। पंजाब में इन्हें रविदास कहा जाता है, जबकि उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान में इन्हें रैदास के नाम से ही जाना जाता है। गुजरात और महाराष्ट्र के लोग ‘रोहिदास’ और बंगाल के लोग उन्हें ‘रुइदास’ कहते हैं। कई पुरानी पांडुलिपियों में उन्हें रायादास, रेदास, रेमदास और रौदास के नाम से भी जाना गया है।
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ग्राम प्रधान ने शिरोमणि रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर लिया आशीर्वाद।
प्रधान संगठन जिला अध्यक्ष व ग्राम प्रधान संजय द्विवेदी ने शिरोमणि रविदास के मंदिर पहुंचकर गुरु रविदास प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया। वहीं पनवाड़ी ब्लाक प्रमुख अंजना श्री प्रकाश अनुरागी ने भी रविदास मन्दिर पहुंच प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर सैकड़ो की संख्या में रविदास अनुयायियों ने संत शिरोमणि रविदास जी की शोभायात्रा में पैदल चलकर जयकारे लगाते हुए संत शिरोमणि रविदास की शोभायात्रा का मान बढ़ाया। इस मौके पर अध्यक्ष जयप्रकाश बौद्ध, महामंत्री बृज गोपाल, कोषाध्यक्ष मोतीलाल अहिरवार शिक्षक नेहरू इंटर कॉलेज, रामस्वरूप दद्दा, रवि चौधरी, रविंद्र चौधरी, काशीराम, पप्पू मिस्त्री, तेजपाल चौधरी, प्रमोद अहिरवार, श्रीकांत राजेश ,रमेश मेंबर, मंगल मिस्त्री, राजेंद्र सिंहा सैकड़ो की संख्या में संत शिरोमणि रविदास के अनुयायियों ने बड चढ़ कर हिस्सा लिया।

रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

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