श्रीमद् भागवत कथा सुनने उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ ,
भागवत कथा में भक्त ध्रुव प्रसंग सुनकर भावविभोर हुए श्रोता ,
लालगंज(रायबरेली) , लालगंज विकासखंड के अंतर्गत कनकापुर गांव में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन बुधवार को भक्ति के रंग में पूरी तरह सराबोर कथाव्यास आचार्य ललित कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने कहा कि मनुष्यों का क्या कर्तव्य है इसका बोध भागवत सुनकर ही होता है।विडंबना ये है कि मृत्यु निश्चित होने के बाद भी हम उसे स्वीकार नहीं करते हैं।निस्काम भाव से प्रभु का स्मरण करने वाले लोग अपना जन्म और मरण दोनों सुधार लेते हैं। कथावाचक के मुखारविंद से परीक्षित को श्राप,सुखदेव आगमन,कपिल देवहुति संवाद,अनसुइया संवाद व ध्रुव चरित्र का प्रसंग सुनाया गया। उत्साह और उमंग से श्रद्धालु श्रीराधे,राधे-कृष्ण की गूंज के साथ झूमते-गाते नजर आए। इस अवसर पर शिव भवन सिंह,सरिता सिंह,अवधेश सिंह,राम बहादुर सिंह,शिव मूर्ति सिंह,बृजेश सिंह,शिवांक सिंह,ब्रजेश सिंह,राम नरेश सिंह,शिव पूजन सिंह,अमित सिंह,हरकेश सिंह, हनुमंत सिंह,नरेश सिंह,राम बहादुर सिंह,माधुरी सिंह,बबिता सिंह,हरेंद्र सिंह,शिव किशोर सिंह,महेंद्र सिंह,अंकित सिंह,प्रियंका सिंह,अंशु सिंह,शिव हर्ष सिंह फौजी आदि सैकड़ों कथाप्रेमी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- संदीप कुमार फिजा
श्री मद् भागवत से होता है मानव को कर्तव्यबोध : आचार्य ललित कृष्ण शास्त्री
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